देश में 15 अगस्त तक तीन करोड़ के करीब पहुंच सकती है कोरोना मरीजों की संख्या! केंद्र ने राज्यों को दी चेतावनी
एक तरफ जहाँ पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण से परेशान है तो वहीं भारत में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अखबार की एक कटिंग द्वारा दावा किया गया है कि यदि देश में मरीजों की संख्या ऐसे ही बढ़ती गई तो 15 अगस्त तक करीब 3 करोड़ लोग कोरोना की चपेट में आ सकते हैं। दावे में केंद्र सरकार कैबिनेट सचिव राजीव गाबा का जिक्र किया गया है। लिखा गया है कि राजीव गाबा ने देश के सभी मुख्य सचिवों के साथ बैठक करते हुए यह अवगत कराया है। साथ ही यह भी दावा किया गया है कि कैबिनेट सचिव ने अर्थव्यवस्था के मद्देनजर देश में व्यापक लॉक डाउन आगे ना बढ़ाये जाने की बात कही है।
फैक्ट चेक:
कोरोना वायरस का दंश दुनिया का लगभग हर मुल्क झेल रहा है। भारत में भी इसके मामले तेजी से बढ़े हैं। अख़बार की कटिंग के साथ केंद्र सरकार के हवाले से किये जा रहे दावे में कितनी सच्चाई है इसकी पड़ताल आरम्भ की। सबसे पहले पेपर की कटिंग में प्रकाशित कुछ शब्दों को कीवर्ड बनाते हुए गूगल पर खोजना शुरू किया। इस दौरान कई मीडिया रिपोर्ट्स सामने आयी।
खोज के दौरान जनसत्ता का एक लेख प्राप्त हुआ। इस लेख ने अखबार में प्रकाशित दावे को लगभग सच साबित कर दिया है। बतौर जनसत्ता केंद्र ने सभी राज्यों को आगाह किया है कि आगामी 15 अगस्त तक देश में कोरोना मरीजों की संख्या 3 करोड़ पहुँच सकती है। लेख के मुताबिक दिनों-दिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है, ऐसी ही रफ्तार रही तो 15 अगस्त तक ये संख्या करीब 3 करोड़ हो जाएगी। जनसत्ता समाचार का आर्काइव यहाँ देख सकते हैं।
खोज के दौरान पता चला कि ट्विटर पर कई यूजर्स ने भी इस दावे को तेजी से शेयर किया है।
खोज के दौरान पता चला कि Molitics सहित नवजीवन नामक समाचार माध्यम द्वारा भी वायरल दावे को सही बताया गया है।
जिस अख़बार की कटिंग से दावा किया गया है उसमें नवभारत लिखा गया है। गौरतलब है कि नवभारत देश का अग्रणी हिंदी समाचार माध्यम है लिहाजा इसके 28 अप्रैल के संस्करण को खोजना आरम्भ किया।
खोजने पर E-PDF के रूप में मिले नवभारत समाचार पत्र को पढ़ने पर पता चला कि वायरल हो रही कटिंग में किया जा रहा दावा इसी समाचार पत्र का है। समाचार पत्र का आर्काइव यहाँ पढ़ा जा सकता है।
खबर की तह तक जाने के लिए COVID-19 पर होने वाली मीडिया ब्रीफिंग को सुनने का फैसला किया। इस दौरान खोजने पर 27 अप्रैल को राज्यसभा टीवी पर मौजूद मीडिया ब्रीफिंग प्राप्त हुई जिसमें गृह मंत्रालय के साथ ही संयुक्त स्वास्थ्य सचिव सहित ICMR के वैज्ञानिक द्वारा मीडिया के माध्यम से देश की वर्तमान स्थिति कैसी है यह बताया जाता है। 27-28 अप्रैल को हुई मीडिया ब्रीफिंग को पूरा सुनने के बाद कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं मिला कि 15 अगस्त तक देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 3 करोड़ हो जाएगी।
27 और 28 अप्रैल को मंत्रालय द्वारा कोरोना संकट पर देश के मौजूदा हालात पर की गई ब्रीफिंग में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं है कि कैबिनेट सचिव ने अपने कॉन्फ्रेंस में मरीजों की संख्या के बढ़ने का अनुमान लगाया है।
खोज के दौरान 24 मार्च को कैबिनेट सचिव राजीव गाबा के एक पत्र के साथ ANI द्वारा किया गया एक ट्वीट प्राप्त हुआ। राजीब गाबा द्वारा सभी प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा गया है कि वे सभी Covid-19 के लिए राज्य के सभी जिलों के जिलाधिकारियों से संपर्क कर इससे जुड़े अस्पतालों और उनके प्रबंधन सहित उपलब्ध संसाधनों की समीक्षा करें।
इसके अलावा 26 मार्च 2020 को प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कैबिनेट सचिव के उस कॉन्फ्रेंस का जिक्र किया गया है जिसमें उन्होंने राज्यों के सभी मुख्य सचिवों के साथ बैठक कर जिला स्तर पर महामारी को रोकने के लिए समीक्षा की बात की थी।
खोज के दौरान पता चला कि 22 मार्च को राजीव गाबा द्वारा प्रदेश के मुख्य सचिवों के साथ कोरोना महामारी के संकट को लेकर वार्ता हुई थी। लेकिन इस बैठक में इस बात की कहीं भी पुष्टि नहीं होती कि उनके द्वारा राज्यों को चेताया गया था कि आगामी 15 अगस्त तक कोरोना मरीजों की संख्या 3 करोड़ के आसपास हो जाएगी।
क्या राजीव गाबा ने हालिया दिनों में किसी तरह की कोई बैठक राज्य के शीर्ष अधिकारियों से की थी इस बारे में खोजना आरम्भ किया। इस दौरान ANI की वेबसाइट पर मौजूद एक लेख से पता चला कि कैबिनेट सचिव ने कुछ दिन पहले राज्यों के पुलिस प्रमुखों सहित मुख्य सचिवों के साथ कॉन्फ्रेंस पर बात की थी। इस बैठक में कोरोना मरीजों के स्वास्थ्य पर चर्चा के अलावा देश की अर्थव्यवस्था के साथ ही मजदूरों की घर वापसी सहित लॉक डाउन में किस तरह की नरमी बरती जाए इसपर भी चर्चा हुई थी।
खोज के दौरान CNN-NEWS18 का एक वीडियो प्राप्त हुआ जहां बताया गया है कि देश के कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने सभी प्रांतों के आला अधिकारियों से वार्ता की है। साथ ही आगामी 3 मई को समाप्त हो रहे लॉक डाउन 2.0 के बाद की स्थितियों पर भी चर्चा हुई है।
खोज के दौरान पता चला कि कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने देश की अर्थव्यवस्था, नागरिक सुरक्षा, कोरोना पर रोकथाम जैसी बुनियादी समस्याओं सहित लॉक डाउन पर आगे की रणनीति पर चर्चा की है। इसमें शक नहीं कि देश के कई राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन इस बात का कहीं भी साक्ष्य नहीं मिलता कि कैबिनेट सचिव ने राज्यों से कहा है कि 15 अगस्त तक देश में कोरोना मरीजों की संख्या 3 करोड़ हो जाएगी। हमारी पड़ताल में वायरल हो रहा दावा भ्रामक साबित हुआ।
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