Saturday, April 26, 2025

Fact Check

क्या दुग्ध उत्पादक कंपनी अमूल ने धार्मिक भेदभाव के चलते मुस्लिम कर्मचारियों को दिखाया बाहर का रास्ता? फेक दावा हुआ वायरल

Written By Pragya Shukla
Jul 9, 2021
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सोशल मीडिया पर आए दिन अलग-अलग धर्मों को लेकर, नफरत फैलाने वाले कई कंटेंट शेयर किए जाते हैं। जो कि मिनटों में ही हर तरफ फैल जाते हैं। ऐसे कंटेंट को सोशल मीडिया पर वायरल होने में ज्यादा समय नहीं लगता है। ऐसे दावे साम्प्रदायिक दंगे भी करवाते हैं तो कई बार मॉब लिंचिंग जैसी घटनाओं का कारण भी बनते हैं। जिहाद के नाम पर एक ऐसा ही दावा, दूध और उससे बने उत्पाद बनाने वाली कंपनी अमूल को लेकर तेजी से वायरल हो रहा है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि अमूल दूध के मालिक आनंद सेठ ने, अपनी फैक्ट्री से 1 लाख 38 हजार मुस्लिमों को नौकरी से निकाला दिया है।

साथ ही पोस्ट में यह भी कहा जा रहा है कि, अमूल के मालिक आनंद सेठ ने कहा, ‘गाय हमें दूध देती है, उसी से हमारा व्यापार चलता है और कुछ दूसरे समुदाय के लोग उसी गाय को खाते हैं, ये हमारे लिए शर्म की बात है, हम ऐसे हत्यारों को अपनी कंपनी मे नहीं रख सकते।’

https://twitter.com/sonu6076666/status/1412349810376462336

पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता हैय़

https://twitter.com/parasguptaoff13/status/1412383263419600897

पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

https://twitter.com/Vijay_vkjain/status/1411302392944078848
अमूल ने 1 लाख 38 हजार मुस्लिम लोगों को जॉब से नहीं निकाला
अमूल ने 1 लाख 38 हजार मुस्लिम लोगों को जॉब से नहीं निकाला

Fact Check/Verification

वायरल दावे का सच जानने के लिए, गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। लेकिन हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई जानकारी या मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। यदि अमूल ने इतने व्यापक पैमाने पर कर्मचारियों को नौकरी से निकाला होता तो यह खबर मीडिया में जरूर होती। इसके बाद हमने अमूल के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर जाकर इस बारे में सर्च किया। लेकिन हमें वहां भी इससे जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली। इसके अलावा, हमने यह भी जानने प्रयास किया कि क्या आनंद सेठ अमूल कंपनी के मालिक हैं, इस दौरान हमें आनंद सेठ के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए, हमने अमूल के Managing Director R S Sodhi से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा पूरी तरह से गलत है। अमूल द्वारा ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया है। अमूल के साथ गुजरात के सभी धर्म के 36 लाख से ज्यादा किसान जुड़े हुए हैं। जो कि कंपनी के लिए पूरे दिल से बिना किसी भेदभाव के काम करते हैं। हमने अभी ही नहीं, बल्कि पिछले कुछ सालों में भी किसी भी कर्मचारी को नहीं निकाला है।” 

Conclusion

हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक, अमूल कंपनी द्वारा धार्मिक भेदभाव के आधार पर किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला गया है। सोशल मीडिया पर गलत दावा वायरल हो रहा है।

Read More : ड्राइवर द्वारा गाय पर ट्रैक्टर चढ़ाने का वीडियो साम्प्रदायिक दावे के साथ सोशल मीडिया पर हुआ वायरल

Result: False

Claim Review: अमूल ने 1 लाख 38 हजार मुस्लिम लोगों को नौकरी से निकाला।
Claimed By: Viral social media post
Fact Check: False

Our Sources

Self Contact to Amul Managing Director R S Sodhi


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