सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान देने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने हाल ही में इस्लाम को प्रेम और ईमान का संदेश देने वाला इकलौता धर्म बताया है.
बिहार के पटना में नालंदा ओपन विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भाजपा के अतिरिक्त कई हिन्दू संगठन भी चंद्रशेखर के इस बयान का विरोध कर रहे हैं. चंद्रशेखर ने अपने ट्विटर पेज से कई ट्वीट्स शेयर कर अपने बयान का विरोध करने वालों को जवाब दिया है.
इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स एक वीडियो शेयर कर यह दावा कर रहे हैं कि रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान देने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने हाल ही में इस्लाम को प्रेम और ईमान का संदेश देने वाला इकलौता धर्म बताया है.
Fact Check/Verification
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा हाल ही में इस्लाम को प्रेम और ईमान का संदेश देने वाला इकलौता धर्म बताने के नाम पर शेयर किए जा रहे इस वीडियो की पड़ताल के लिए, हमने इसमें मौजूद जानकारी के आधार पर ‘मधेपुरा में चंद्रशेखर मोहब्बत और ईमान का पैगाम देने वाला अकेला इस्लाम है’ कीवर्ड को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें चंद्रशेखर के फेसबुक पेज द्वारा 4 मई, 2022 को शेयर किया गया एक पोस्ट प्राप्त हुआ, जिसमें वायरल वीडियो मौजूद है.

चंद्रशेखर द्वारा शेयर किए गए 59 सेकंड के इस वीडियो में रिपोर्टर तत्कालीन विधायक चंद्रशेखर से ईद के मौके पर भाईचारे और राजनीति में नफरत को लेकर सवाल पूछते हैं. जिसके जवाब में चंद्रशेखर को इस्लाम की प्रशंसा करने के साथ ही विरोधियों पर निशाना साधते हुए देखा जा सकता है.
उक्त जानकारी की सहायता से हमने The Republican Times के यूट्यूब चैनल पर ‘मधेपुरा’ कीवर्ड की मदद से प्रकाशित वीडियो को खंगाला. हमें संस्था द्वारा 3 मई, 2022 को प्रकाशित एक वीडियो प्राप्त हुआ, जिसमें ईद उल-फितर के अवसर पर आयोजित उक्त कार्यक्रम का पूरा वीडियो मौजूद है. बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा हाल ही में दिए गए बयान के नाम पर शेयर की जा रही क्लिप भी इस यूट्यूब वीडियो में मौजूद है.
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा हाल ही में इस्लाम को प्रेम और ईमान का संदेश देने वाला इकलौता धर्म बताने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है. असल में चंद्रशेखर ने यह बयान साल 2022 के मई माह में ईद उल फितर के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिया था.
Result: Missing Context
Our Sources
Facebook post shared by Prof. Chandra Shekhar on 4 May, 2022
YouTube video published by The Republican Times on 3 May, 2022
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