सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि चीन में एक उइगर मुस्लिम के घर कुरान मिलने पर उसे चीनी अधिकारियों ने बुरी तरह से पीट दिया। वायरल वीडियो में एक व्यक्ति को कुछ लोग पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने Invid टूल की मदद से वायरल वीडियो के कुछ कीफ्रेम बनाए। एक कीफ्रेम को Yandex रिवर्स सर्च किया। हमें यूट्यूब पर 6 सितंबर 2017 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। इस वीडियो में वायरल वीडियो का अंश देखा जा सकता है। इससे स्पष्ट है कि यह वीडियो हालिया नहीं है, बल्कि पांच साल पहले से इंटरनेट पर मौजूद है।
इसके बाद हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड की मदद से सर्च किया। हमें 24 मई 2017 को Tribune News में छपी एक खबर मिली। इसमें वायरल वीडियो का एक स्क्रीनग्रैब मौजूद है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह वीडियो इंडोनेशिया के जकार्ता का है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जकार्ता के Depak Boru Station पर स्थानीय पुलिस ने एक पॉकेटमार को पकड़कर उसकी पिटाई कर दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो में व्यक्ति को बुरी तरह से पीट रहे अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया था।
पड़ताल के दौरान हमें चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता Lijian Zhao का 3 अप्रैल 2019 को किया गया एक ट्वीट मिला। ट्वीट में उन्होंने वीडियो के चीन से संबंधित होने के दावे का खंडन किया है।
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Conclusion
हमारी जांच में यह बात साबित हो जाती है कि इंडनोशिया की पांच साल पुरानी घटना को चीन में उइगर मुसलमानों की पिटाई का बताकर फर्जी दावा शेयर किया जा रहा है।
Result: False
Our Sources
Youtube Video Uploaded by Rizky Finanda on September 14, 2017
Report Published by Tribune News on May 24,2017
Tweet by Lijian Zhao on Jan 03,2019
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