Thursday, April 17, 2025
हिन्दी

Fact Check

क्या पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेताओं के साथ रोहिंग्या मुस्लिमों ने की मारपीट? वर्षों पुरानी वीडियो क्लिप गलत दावे के साथ हुई वायरल

Written By Pragya Shukla
Dec 23, 2020
banner_image

पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पर हुए हमले के बाद सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल (West Bengal) में हिन्दुओं के साथ दुर्व्यवहार की खबरें खूब छाई हुई हैं। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर इस समय वायरल हो रहा है। वीडियो में देख सकते हैं, भारी भीड़ कुछ लोगों को मार रही है और फिर उन्हें वहां से भगा रही है।

यहां पढ़ें West Bengal से जुड़ी खबरों का फैक्ट चैक

वीडियो को शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि, ‘देख लो भारत के पश्चिम बंगाल (West Bengal) में हिन्दुओ की स्थिति। वहाँ के रोहिंग्या अपनी बस्ती में किसी हिन्दू को फटकने भी नही देते हैं। अगर हम चुनाव के समय ऐसे ही सोते रहे तो यह स्थिति सम्पूर्ण भारत की होने वाली है। यह वीडियो देखकर मन मे पीड़ा हुई हो तो अपनी आँखों से काला चश्मा उतारो और धर्महित तथा देशहित में मतदान करो।’

https://twitter.com/UmaShankar2054/status/1340952389826748416?s=20

वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है



Fact Check/Verification

सोशल मीडिया (social media) पर वायरल हुए दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। सबसे पहले हमने इस वीडियो को INVID टूल पर डालकर कुछ कीफ्रेम्स निकाले। इसके बाद हमने Google Reverse Image Search की मदद से खोजने का प्रयास किया। इस दौरान वायरल दावे से जुड़ी कई जानकारियां हमारे हाथ लगी। हमें इस घटना से जुड़े कई न्यूज आर्टिकल और वीडियोज भी मिले, जिनके जरिए ये पता चला कि वायरल वीडियो कहां और कब का है।

हमें वायरल वीडियो से जुड़ा एक वीडियो एबीपी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर मिला। जो हाल-फिलहाल का नहीं बल्कि 3 साल पुराना यानि साल 2017 का है। इसी के साथ हमें ये भी पता चला कि वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल (West Bengal) के दार्जिलिंग का है।

वायरल वीडियो के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल करने के लिए हमने पड़ताल जारी रखा। हमने कुछ कीवर्ड्स के जरिए गूगल पर सर्च किया।

जिसके बाद हमें यह पता चला कि इस वायरल वीडियो में पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष और उनके समर्थकों के साथ अभद्रता की गई है। दरअसल अक्टूबर 2017 में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा द्वारा अलग गोरखालैंड की मांग के लिए हड़ताल किया जा रहा था। ये हड़ताल तकरीबन 104 दिनों की थी। हड़ताल के दौरान पश्चिम बंगाल (West Bengal) के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष अपने समर्थको के साथ स्थल पर लोगों से मिलने पहुंचे थे।

बीजेपी अध्यक्ष और भाजपा के समर्थकों को देखकर लोगों को गुस्सा आ गया। जिसके बाद लोगों ने गोरखा प्रादेशिक प्रशासन के अध्यक्ष बिनय तमांग के साथ मिलकर दिलीप घोष के साथ कथित रूप से मार-पीट की।

Conclusion

सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ बीजेपी नेता का 3 साल पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। हमारी पड़ताल में पता चला कि रोहिंग्या मुसलमानों ने बीजेपी नेताओं के साथ मार-पीट नहीं की थी।

Result: Misleading


Our Sources

APB News- https://www.youtube.com/watch?v=mixfhRixiTk

Economics times – https://economictimes.indiatimes.com/news/politics-and-nation/bjps-bengal-president-dilip-ghosh-assaulted-in-darjeeling/articleshow/60958412.cms?from=mdr

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044  या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

image
यदि आप किसी दावे का सच जानना चाहते हैं, किसी तरह की प्रतिक्रिया देना चाहते हैं या हमारे किसी फैक्ट चेक को लेकर शिकायत दर्ज करना चाहते हैं, तो हमें +91-9999499044 पर व्हाट्सएप या checkthis@newschecker.in​. पर ईमेल करें. आप हमारे Contact Us पेज पर जाकर वहाँ मौजूद फॉर्म भी भर सकते हैं.
No related articles found
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
About Us

Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check

Contact Us: checkthis@newschecker.in

17,830

Fact checks done

FOLLOW US
imageimageimageimageimageimageimage
cookie

हमारी वेबसाइट कुकीज़ का उपयोग करती है

हम कुकीज़ और समान प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हैं ताकि सामग्री को व्यक्तिगत बनाने में मदद मिल सके, विज्ञापनों को अनुकूलित और मापने में मदद मिल सके, और बेहतर अनुभव प्रदान कर सके। 'ठीक है' क्लिक करके या कुकी पसंद करने में एक विकल्प को चालू करके, आप इस से सहमत होते हैं, हमारे कुकी नीति में विस्तार से व्याख्या की गई रूप में।