Claim
मेरठ में एक हिंदू लड़की के भाइयों ने लड़की को परेशान कर रहे एक मुस्लिम युवक की जमकर पिटाई की.
Fact
ये वीडियो भोपाल का है और नवंबर 2022 में सामने आया था. मामला कुछ छात्रों के आपसी विवाद का था. दोनों गुट एक ही समुदाय के थे.
सोशल मीडिया पर मेरठ का बताते हुए एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ युवक एक लड़के को नग्न कर उसे बेरहमी से पीटते दिख रहे हैं. वीडियो के साथ दावा है कि दिलशाद नाम का एक व्यक्ति एकतरफा प्यार में निशा जाट नाम की लड़की को परेशान करता था.उसे किडनैप करने व तेजाब फेंकने की धमकी देता था. जब लड़की ने यह बात अपने भाइयों को बताई तो उन्होंने दिलशाद को अगवा कर उसकी जमकर पिटाई की.

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि दो युवकों ने एक लड़के का हाथ-पैर पकड़कर उसे उठा रखा है. एक अन्य लड़का उसके कूल्हों पर लगातार डंडे मार रहा है. लड़के के मुंह में कपड़ा ठूंसा गया है और वो दर्द से चिल्लाने की कोशिश कर रहा है. फेसबुक और ट्विटर पर सांप्रदायिक दावे के साथ यह वीडियो कई यूजर्स शेयर कर चुके हैं.
Fact Check/ Verification
वायरल वीडियो के एक कीफ्रेम को यांडेक्स सर्च इंजन पर खोजने पर हमें 4 नवंबर 2022 का एक ट्वीट मिला, जिसमें वायरल वीडियो मौजूद है. ट्वीट में वीडियो को भोपाल के कोलार इलाके का बताया गया है.
इस जानकारी की मदद लेकर हमने इंटरनेट पर कीवर्ड सर्च किया. हमें दैनिक भास्कर की एक चार महीने पुरानी रिपोर्ट मिली, जिसमें इस वीडियो के बारे में बताया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो भोपाल का है, जहां 29 अगस्त को तीन लड़कों ने बारहवीं कक्षा के एक स्टूडेंट को पीटा था. इसका वीडियो कुछ समय बाद सामने आया था.

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मामले पर छपी Live Hindustan की रिपोर्ट में बताया गया है कि ये विवाद स्कूल के दो गुटों में एक लड़की को लेकर हुआ था. जिसके बाद लड़कों ने छात्र को धोखे से एक ग्राउंड में बुलाया और उसकी पिटाई कर दी. खबरों में आरोपियों के नाम रिचर्ड, लक्की मालवीय, संदीप और हर्षित बताए गए हैं.
इस मामले की पुष्टि करने के लिए हमने भोपाल स्थित कोलार रोड थाने में भी संपर्क किया. हमें हेड कांस्टेबल ऋषि तिवारी ने बताया कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. पीड़ित का नाम दिलशाद नहीं है और वो हिंदू समुदाय से ही है. सांप्रदायिक पोस्ट के वायरल हो जाने के बाद मेरठ पुलिस ने भी ट्वीट करते हुए इसका खंडन किया है.
Conclusion
हमारी जांच में यह स्पष्ट हो जाता है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. वीडियो मेरठ का नहीं, बल्कि महीनों पुराना भोपाल का है. साथ ही, वीडियो में पिट रहे लड़के का नाम दिलशाद नहीं है. लड़का हिंदू समुदाय से ही आता है.
Result: False
Our Sources
Reports of Dainik Bhaskar and Live Hindustan, published on November 4, 2022
Telephonic conversation with Bhopal Police
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