Sunday, April 27, 2025

Fact Check

वायरल वीडियो में नजर आ रही लड़की को नहीं बनाया गया झाबुआ का जिला कलेक्टर, भ्रामक दावा हुआ वायरल

Written By Ankit Shukla
Dec 24, 2021
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सोशल मीडिया पर 28 सेकंड का एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि झाबुआ की इस आदिवासी लड़की को दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया है। 

वायरल वीडियो में लड़की बोल रही है कि “नहीं तो सर हमको कलेक्टर बना दो, हम कलेक्टर बनने के लिए तैयार हैं, सबकी मांगें पूरी कर देंगे, अगर आप कर नहीं पाते तो। किसके लिए बनी है सरकार? जैसे कि हम भीख मांगने के लिए यहाँ आए हैं? हम गरीबों के लिए कुछ व्यवस्था करो सर, हम आदिवासी लोग इतनी दूर से आते हैं, कितने पैसे किराया देकर आते हैं।”

एक यूजर ने इस वीडियो क्लिप को शेयर कर लिखा कि ‘दो दिन की कलेक्टर बनेगी मध्यप्रदेश के झाबुआ की आदिवासी समुदाय की बहन निर्मला। शिक्षा उस शेरनी का दूध है जिसे जो पियेगा वो दहाड़ेगा, इसी बेबाक दहाड़ ने बहन को वायरल किया है। और दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया है।’

FB Screenshot

उपरोक्त दावे को यहां देखा जा सकता है। 

झाबुआ की इस आदिवासी लड़की को दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया है।
FB Screenshot

उपरोक्त पोस्ट को यहां देखा जा सकता है। 

झाबुआ की इस आदिवासी लड़की को दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया है।
FB Screenshot

उपरोक्त पोस्ट को यहां देखा जा सकता है। 

झाबुआ की इस आदिवासी लड़की को दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया है।
FB Screenshot

उपरोक्त पोस्ट को यहां देखा जा सकता है। 

झाबुआ की इस आदिवासी लड़की को दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया है।
Screenshot Of Crowdtangle

Crowdtangle टूल की सहायता से किये गए एक विश्लेषण के अनुसार, इस वीडियो को पिछले तीन दिनों में फेसबुक पर कुल 293 बार पोस्ट किया गया है। जहां कुल 33,302 इंटरैक्शन (रिएक्शन, कमेंट, शेयर) हैं।

उपरोक्त दावे को ट्विटर पर भी शेयर किया गया है। 

https://twitter.com/shivraj_soni143/status/1473857388297949189?t=7vwbhxbamuQP_b3ADSBqVA&s=19
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https://twitter.com/GordhanKhardia/status/1474019481106071557?t=hRbT_n0o6Mfy0L1T5Jm-TA&s=19
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उपरोक्त ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है। 

बीते 22 दिसम्बर को Livehindustan.com द्वारा प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, मध्यप्रदेश के झाबुआ में NSUI छात्रसंगठन के छात्र अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर रहे थे। तभी एक छात्रा ने तल्ख़ तेवर में कहा कि अगर आप हमारी मांग पूरा नहीं कर पा रहे हैं तो हमें कलेक्टर बना दें। 

बीते 23 दिसम्बर को Amarujala.com द्वारा प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, ‘हमको कलेक्टर बना दो’ बोल रही लड़की अलीराजपुर के खंडवा गाँव की रहने वाली है और उसका नाम निर्मला चौहान है। वीडियो के वायरल होने के बाद NSUI ने इस लड़की को झबुआ NSUI का महासचिव बना दिया है। 

उपरोक्त लेख के मुताबिक, जय आदिवासी युवा शक्ति (JAYS) ने तो लड़की की यूपीएससी की पढ़ाई का खर्च उठाने तक की बात कही है। 

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जय आदिवासी युवा शक्ति के प्रवक्ता डॉ. आनंद राय ने ट्वीट कर मांग किया कि, ‘क्या माननीय शिवराज चौहान झाबुआ की इस आदिवासी छात्रा को 2 दिन के लिए झाबुआ का कलेक्टर बनाएंगे ताकि जो मुद्दे उसने उठाये थे, उनसे सम्बंधित आदेश जारी हो सके।’ 

इसी बीच इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि झाबुआ की इस आदिवासी लड़की को दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया है। 

Fact Check/Verification 

झाबुआ की इस आदिवासी लड़की को दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया है, दावे के साथ शेयर किए जा रहे वीडियो का सच जानने के लिए हमने इसे invid टूल की मदद से कुछ की-फ्रेम्स में बदला। इसके बाद एक की-फ्रेम के साथ गूगल रिवर्स सर्च किया। लेकिन हमें इस वीडियो से संबंधित कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली।

झाबुआ की इस आदिवासी लड़की को दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया है।
Screenshot

इसके बाद हमने एक की-फ्रेम के साथ कुछ कीवर्ड्स का प्रयोग करते हुए गूगल पर खोजना शुरू किया। इस प्रक्रिया में हमें की-फ्रेम से मिलती-जुलती कई तस्वीरें प्राप्त हुईं।

झाबुआ की इस आदिवासी लड़की को दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया है।
Screenshot

एक की-फ्रेम पर क्लिक करने पर हमें aisa netnews.com की एक रिपोर्ट प्राप्त हुई। प्राप्त रिपोर्ट में यह तो बताया गया था कि लड़की ने खुद को कलेक्टर बनाने की बात कही हैं, लेकिन कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं था कि लड़की को दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया है। 

इसके बाद हमने ट्विटर पर कुछ कीवर्ड्स का प्रयोग करते हुए खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें Tribal Army का एक ट्वीट मिला। ट्वीट में लिखा था कि ‘मध्यप्रदेश के झाबुआ की आदिवासी बेटी निर्मला चौहान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कुछ लोग उन्हें दो दिन के लिए झाबुआ की कलेक्टर बनाने की जो बात लिख रहे है, वो निराधार व फर्जी है। अभी तक मध्यप्रदेश सरकार द्वारा इस तरह का कोई बयान नहीं आया है।’

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झाबुआ की इस आदिवासी लड़की को दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया है, इस दावे के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने झाबुआ के डीएम सोमेश मिश्रा से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि, “वीडियो में नज़र आ रही लड़की को दो दिन का डीएम नहीं बनाया गया है। यह ख़बर गलत है। हमने प्रदर्शनरत छात्रों को आज बुलाया था और उनकी मांगों को सुना है और कार्रवाई भी की गई है।” 

इसके बाद हमने NSUI झाबुआ की मदद से वायरल वीडियो में दिख रही लड़की निर्मला चौहान से संपर्क किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि “उन्हें दो दिन के लिए डीएम नहीं बनाया गया है, लेकिन अगर उन्हें बनाया जाए तो वो दो दिन के लिए डीएम बनना चाहेंगीं।”

Conclusion

इस तरह हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि ‘झाबुआ की इस आदिवासी लड़की को दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया है’ वीडियो के साथ शेयर किया गया यह दावा गलत है। लड़की को दो दिन का कलेक्टर नहीं बनाया गया है। वीडियो के साथ भ्रामक दावा शेयर किया जा रहा है।

Result: Misleading

Our Sources

Tribal Army Tweet: https://twitter.com/TribalArmy/status/1474278095603462144?s=20

Direct Contact DM Jhabua

Direct Contact Nirmala chauhan

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