सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मजाक उड़ाते हुए दावा किया गया कि वह मस्जिद में हाथ जोड़कर प्रार्थना और मंदिर में दुआ करने की मुद्रा में रहते हैं।
ये तस्वीरें साल 2018 से लेकर अब तक अलग-अलग यूजर्स के द्वारा शेयर की जाती रही हैं. इन तस्वीरों को शेयर करने वाले यूजर्स में भाजपा नेता प्रदीप सिंह वाघेला और ऋषि बागरी आदि शामिल हैं.
Fact Check / Verification
सोशल मीडिया पर भ्रामक तस्वीरें या वीडियोज शेयर कर किसी नेता का मजाक बनाना कोई नयी बात नहीं है। इसी क्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 2 तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं हैं. यूजर्स ने उनके विवेक पर सवाल उठाते हुए तस्वीरों को तेजी से शेयर किया है. पड़ताल के प्रथम चरण में हमने सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में से उस तस्वीर को चुना जिसमे राहुल गांधी मजार पर हाथ जोड़कर दुआ करते नजर आ रहे हैं.
राहुल गांधी की मजार पर हाथ जोड़कर दुआ करने वाली तस्वीर का सच
जब हमने इस तस्वीर को गूगल पर ढूंढा तो तमाम सर्च परिणामों के बीच पाया कि वायरल तस्वीर को कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी शेयर किया गया है.
हमने पाया कि वायरल तस्वीर को 27 सितम्बर को ट्विटर पर शेयर करते हुए कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई ने लिखा था “Rahul Gandhi visits Dargah-e-Ala Hazrat in Bareilly.” गौरतलब है कि यूपी कांग्रेस ने वायरल तस्वीर के ही साथ ली गई एक दूसरी तस्वीर भी शेयर की है.
कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल द्वारा किये गए इस ट्वीट को देखने पर पता चला कि वायरल तस्वीर सही है और इसके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है.
राहुल गांधी द्वारा मंदिर में नमाज अदा करने की मुद्रा में पूजा करने वाली तस्वीर का सच
सोशल मीडिया पर वायरल दूसरी तस्वीर को गूगल पर सर्च किया। लेकिन हमें कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई. इसके बाद हमने तस्वीर में दिख रहे विवरण (तस्वीर में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की उपस्थिति) के अनुसार “Rahul Gandhi Offers Prayer With Kamalnath And Jyotiraditya Scindia” कीवर्ड के साथ गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें यह पता चला कि वायरल तस्वीर 2018 की है. इस विषय पर Deccan Herald द्वारा प्रकाशित एक लेख में वायरल तस्वीर का एक दूसरा हिस्सा भी प्रकाशित किया गया है। जिसमें उनके बगल में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया बैठे हुए देखे जा सकते हैं. Deccan Herald द्वारा प्रकाशित इस तस्वीर को गौर से देखने पर यह भी स्पष्ट हो जाता है कि इस तस्वीर में राहुल गांधी के साथ पूजा करवा रहे पंडित वही हैं जो वायरल तस्वीर में राहुल गांधी के साथ मौजूद हैं.
https://www.deccanherald.com/national/rahul-follows-grandmother-698120.html
इसके बाद हमें इसी तस्वीर को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा किया गया एक ट्वीट भी मिला. बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह ट्वीट तब किया था जब वह कांग्रेस में थे, सिंधिया फिलहाल भाजपा में हैं.
ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा शेयर की गई तस्वीरों को गौर से देखने पर यह पता चलता है कि राहुल गांधी मंदिर में नमाज नहीं पढ़ रहे थे बल्कि पूजा के दौरान होने वाली ‘आचमन’ नामक विधि का अनुपालन कर रहे थे. बता दें कि सिंधिया द्वारा शेयर की गई तस्वीर में पूजा करवा रहे आचार्य को लोटे से जल निकालते हुए तथा राहुल गांधी को जल पीते हुए भी देखा जा सकता है.
वायरल दावे की जटिलता को देखते हुए हमने उक्त पूजा कार्यक्रम का वीडियो ढूंढा. इसके लिए हमने सिंधिया के ट्वीट से ‘ग्वालियर के अचलेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी’ कीवर्ड के साथ गूगल और यूट्यूब सर्च किया. सर्च परिणामों से प्राप्त वीडियोज को देखने पर यह साफ़ हो जाता है कि राहुल गांधी ने मंदिर में नमाज नहीं पढ़ी थी बल्कि आचमन नामक विधि का पालन कर रहे थे जिसमे पूजा करवा रहे आचार्य द्वारा दिए गए जल को पीना होता है. बता दें कि सर्च परिणामों से प्राप्त किसी भी वीडियो में राहुल गांधी नमाज पढ़ते नजर नहीं आते हैं.
हमारी पड़ताल में यह बात साफ़ हो जाती है कि राहुल गांधी ने मंदिर में नमाज नहीं पढ़ा। उनकी मंदिर में पूजा अर्चना करने वाली तस्वीर गलत संदर्भ में शेयर की जा रही है.
Result: Misplaced Context
Sources: Jyotiraditya Scindia’s Tweet, YouTube video published by Congress
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