सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि शाहजहाँपुर के प्रतीक तिवारी द्वारा शुभम गुप्ता की बेरहमी से पिटाई की गई. दावा यह भी किया गया है कि पिट रहे व्यक्ति की मृत्य हो गई है।

Newschecker के पूर्व विश्लेषणों के अनुसार, सोशल मीडिया पर आरोपी या पीड़ित का धर्म, जाति या निवास स्थान बदलकर भ्रम फैलाये जाने के मामले अक्सर देखने को मिलते हैं. इसी क्रम में सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से युवक की पिटाई का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर का बताया जा रहा है, जहां आपसी झगड़े में एक व्यक्ति की बेरहमी से पिटाई की जा रही है. वायरल वीडियो को शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि शाहजहाँपुर के प्रतीक तिवारी द्वारा शुभम गुप्ता की बेरहमी से पिटाई की गई, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इस वीडियो को बांदा जिले का बताकर यह दावा भी कर रहे हैं कि पिट रहा व्यक्ति दलित है।


Fact Check/Verification
शाहजहाँपुर के प्रतीक तिवारी द्वारा शुभम गुप्ता की बेरहमी से पिटाई के नाम पर शेयर किये जा रहे इस दावे की पड़ताल के लिए हमने वायरल दावे के आधार पर ‘शाहजहांपुर प्रतीक तिवारी’ कीवर्ड्स को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें वायरल वीडियो को लेकर प्रकाशित कई मीडिया रिपोर्ट्स प्राप्त हुईं.

दैनिक भास्कर द्वारा 17 अप्रैल, 2022 को प्रकाशित एक लेख के अनुसार, शाहजहाँपुर के चौक कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला हुसैनपुरा निवासी राजीव भारद्वाज को प्रतीक तिवारी नामक एक दबंग व्यक्ति द्वारा बेरहमी से पीटा गया. भास्कर की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मारपीट की यह घटना मोहल्ला कटिया टोला निवासी अग्निवेश उर्फ अग्नि के घर पर हुई है. इसी प्रकार वायरल वीडियो को लेकर अमर उजाला, हिंदुस्तान, क्विंट हिंदी तथा दि प्रिंट द्वारा प्रकाशित लेखों में भी पूरी घटना में जातिवाद के तहत पिटाई के किसी एंगल का जिक्र नहीं है. इसके अलावा रिपोर्ट्स में इस बात का कहीं भी जिक्र नहीं है कि पिट रहे व्यक्ति की मौत हो गई है।
पड़ताल के दौरान हमें शाहजहाँपुर पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किया गया एक ट्वीट प्राप्त हुआ, जिसमें वायरल वीडियो को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक नगर (एसपी सिटी) संजय कुमार का बयान मौजूद है. एक ट्विटर यूजर द्वारा वायरल वीडियो के साथ शेयर किये गए ट्वीट के जवाब में शाहजहाँपुर पुलिस ने यह जानकारी दी है कि प्रतीक तिवारी तथा अन्य द्वारा चौक निवासी राजीव भारद्वाज की डंडे से पिटाई की गई. एसपी सिटी संजय कुमार के बयान के अनुसार पीड़ित राजीव भारद्वाज ने प्रतीक तिवारी के लिए काम करने वाले किसी लड़के के बारे में ना बता पाने के कारण तिवारी समेत चार अन्य पर मारपीट का आरोप लगाया है. एसपी सिटी के मुताबिक, मामले में दो आरोपियों की गिरफ़्तारी कर ली गई है तथा बाकि अन्य अभियुक्तों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस प्रयासरत है.
मामले में जातिवाद के कारण पिटाई के दावे का सच जानने के लिए Newschecker ने एसपी सिटी संजय कुमार से बात की. जातिवाद के कारण पिटाई के सवाल पर संजय कुमार ने हमें यह जानकारी दी कि इस मामले में पिटाई करने वाला प्रतीक तिवारी और पीड़ित राजीव भारद्वाज दोनों ही ब्राह्मण जाति के हैं, इसलिए पूरे मामले में जातिवाद का दावा गलत है. पीड़ित की मृत्यु के सवाल पर एसपी सिटी ने हमें बताया कि यह दावा भी गलत है, पीड़ित राजीव भारद्वाज की मृत्यु नहीं हुई है.
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि शाहजहाँपुर के प्रतीक तिवारी द्वारा शुभम गुप्ता की बेरहमी से पिटाई के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है. असल में पीड़ित का नाम शुभम गुप्ता नहीं बल्कि राजीव भारद्वाज है, जो कि पिटाई करने वाले प्रतीक तिवारी की ही जाति का है.
Result: Misleading
Our Sources
Newschecker’s telephonic conversation with Sanjay Kumar, SP City, Shahjahanpur
Tweet shared by Shahjahanpur Police
Media reports
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