सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि मौजूदा किसान आंदोलन की आड़ में खालिस्तान का समर्थन किया जा रहा है। वीडियो क्लिप को देखने से पता चला चलता है कि लोग एक रैली निकालकर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं।
नए कृषि कानून को वापस लिए जाने के लिए जहां किसानों ने आंदोलन तेज कर दिया है तो वहीं सोशल मीडिया पर कई फेक दावे तेजी से शेयर किए जा रहे हैं। मसलन पुरानी तस्वीर और वीडियोज के माध्यम से फेक दावे सुर्ख़ियों में हैं। इसी बीच खालिस्तान जिंदाबाद का नारा लगते हुए एक वीडियो क्लिप शेयर की जाने लगी। दावा किया गया कि यह कोई किसान आंदोलन नहीं है बल्कि उसकी आड़ में देश विरोधी गतिविधियां की जा रही हैं। वायरल दावे का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।
वायरल दावे को फेसबुक पर भी शेयर किया गया है।
Fact Check/Verification
खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाती बाइक रैली की वीडियो क्लिप क्या मौजूदा किसान आंदोलन की ही है, इसका सच जानने के लिए पड़ताल शुरू की। पड़ताल के दौरान सबसे पहले क्लिप को invid टूल की मदद से कुछ कीफ्रेम्स में बदला। कीफ्रेम को गूगल रिवर्स करने पर कोई ऐसा परिणाम प्राप्त नहीं हो सका जिससे वीडियो की सत्यता प्रमाणित हो पाती।

वायरल क्लिप को ध्यान से देखने पर एक बोर्ड दिखाई दिया। बोर्ड पर APS College Of Nursing लिखा हुआ दिखाई दिया। अब यह जानने का प्रयास किया कि यह नर्सिंग होम कहाँ स्थित है। खोज के दौरान पता चला कि यह कॉलेज दिल्ली में नहीं बल्कि पंजाब के जालंधर में स्थित है। गौरतलब है कि किसान आंदोलन इस समय दिल्ली की सीमा पर किया जा रहा है जहां देश के कई राज्यों के किसान एकत्र हुए हैं।

कुछ कीवर्ड्स की सहायता से गूगल पर खोजने के दौरान इसी साल 25 अक्टूबर को The phenomenon of Pakistan नामक फेसबुक पेज पर अपलोड की गई एक वीडियो मिली। यह वीडियो वायरल वीडियो से हूबहू मिलती है। वीडियो के डिस्क्रिप्शन में Khalistan Rally In Front Of Indian Military Convoy लिखा गया है। इस वीडियो में भी खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं। वायरल वीडियो 25 अक्टूबर से ही इंटरनेट पर मौजूद है लिहाजा इतना तो साफ हो गया कि इसका सम्बन्ध मौजूदा किसान आंदोलन से तो हो ही नहीं सकता।
मौजूदा किसान आंदोलन को लेकर वायरल हुए कई अन्य दावों का फैक्ट चेक।
पड़ताल के दौरान DAL Khalsa UK नामक यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो प्राप्त हुआ। इस वीडियो को 27 सितम्बर साल 2020 को अपलोड किया गया है। वीडियो में बाइक रैली निकाल रहे लोग खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं। वीडियो को देखने से साफ हो गया कि यह मौजूदा किसान आंदोलन का नहीं बल्कि खालिस्तान के समर्थन में निकाली गई रैली का वीडियो है।
Conclusion
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो में खालिस्तान समर्थक लोगों द्वारा खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए जा रहे हैं। यह वीडियो तब से इंटरनेट पर मौजूद है जब मौजूदा किसान आंदोलन का आगाज नहीं हुआ था। इस तरह से हमारी पड़ताल में साफ हो जाता है कि वायरल वीडियो का मौजूदा आंदोलन से कोई सम्बन्ध नहीं है।
Result- Misleading
Sources
Dal Khalsa UK YouTube- https://www.youtube.com/watch?v=vUGyBUmGXUU
Facebook Page-https://www.facebook.com/phenomenon.of.pakistan/videos/347740086510579
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