बीजेपी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो के जरिए दावा किया गया है कि लखनऊ के मलिहाबाद में आयोजित जनसभा के दौरान लोगों ने उन्हें पीटकर मंच से नीचे गिरा दिया.
वीडियो में एक मंच पर कुछ लोगों के बीच हाथापाई और धक्का-मुक्की का दृश्य देखा जा सकता है. झड़प के दौरान एक व्यक्ति मंच से नीचे गिरता हुआ नजर आ रहा है.
ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
फेसबुक और ट्विटर पर यह वीडियो काफी शेयर किया जा रहा है. वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, “कल लखनऊ में दलबदलू स्वामी प्रसाद मौर्या को मंच पर ही लोगों ने जमकर_कूटा फिर सीधा नीचे फेंक दिया, मलिहाबाद विधानसभा.”
स्वामी प्रसाद मौर्य पिछले महीने ही सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था. वह योगी सरकार में मंत्री पद पर थे. कुछ दिनों बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी का हाथ थाम लिया था. उत्तर प्रदेश में स्वामी प्रसाद मौर्य को पिछड़े वर्ग का बड़ा चेहरा माना जाता है. फिलहाल वह सपा के टिकट से कुशीनगर की फाजिलनगर विधान सभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
Fact Check/Verification
वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किए. वीडियो को लेकर हमें कई खबरें मिलीं. दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार, यह वीडियो लखनऊ के मलिहाबाद का ही है. बीते शनिवार यानी 19 फरवरी को स्वामी प्रसाद मौर्य, मलिहाबाद से सपा प्रत्याशी सोनू कनौजिया के समर्थन में जनसभा करने एक ग्राउंड में पहुंचे थे. इस दौरान मंच पर ही दो वरिष्ठ सपा कार्यकर्ताओं में किसी बात को लेकर नोकझोंक हो गई. इसके बाद दोनों पक्षों के समर्थक आपस में भिड़ गए. किसी तरह पुलिस ने मामले को काबू में लिया. दोनों पक्षों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया. गौर करने वाली बात ये है कि इस खबर में कहीं पर भी यह नहीं लिखा गया है कि झड़प में स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ भी मारपीट हुई.
नवभारत टाइम्स की खबर में बताया गया है कि सपा के दो नेता और उनके समर्थकों के बीच यह भिड़ंत मौर्य के भाषण खत्म होने के बाद हुई थी.
इस बारे में हमने सपा प्रत्याशी सोनू कनौजिया के भाई संजय कनौजिया से बात की. उनका भी यही कहना है कि इस लड़ाई में स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ कोई मारपीट नहीं हुई थी. संजय ने हमें यह भी बताया कि झड़प के वक्त सोनू कनौजिया और स्वामी प्रसाद मौर्य वहां से चले गए थे.
जानकारी की पुष्टि करने के लिए हमने मलिहाबाद एसएचओ नित्यानंद सिंह को संपर्क किया. नित्यानंद सिंह ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य को पीटे जाने वाले दावे को गलत बताया. उनका कहना था कि यह झड़प दो सपा नेताओं के बीच हुई थी, इसमें स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ मारपीट जैसा कुछ भी नहीं हुआ था.
सोशल मीडिया पर हमें इस झड़प का हाई रेजोल्यूशन वीडियो भी मिला, जिसमें मंच पर हाथापाई कर रहे लोगों के चेहरे अच्छे से दिख रहे हैं. झड़प में हमें कहीं पर भी स्वामी प्रसाद मौर्य नजर नहीं आए.
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट हो जाता है कि मलिहाबाद में जनसभा के दौरान मंच पर हुई इस झड़प में स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ मारपीट नहीं हुई थी. यह झड़प दो सपा नेताओं और उनके समर्थकों के बीच हुई थी. हालांकि, यह सच है कि यह जनसभा स्वामी प्रसाद मौर्य की ही थी.
Result: Misleading/Partly False
Sources
Quote of Malihabad SHO and SP candidate brother
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