तिरंगे का अपमान करते एक सिख व्यक्ति की तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि यह मौजूदा किसान आंदोलन की है।
नए कृषि कानून को वापस लेने के लिए देश भर के किसान दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं। केंद्र सरकार और किसानों के बीच अबतक हुई बातचीत जहां बेनतीजा साबित हुई है वहीं किसानों को अभी भी उम्मीद है कि सरकार उनकी मांगों को मानते हुए कानून वापस लेगी। आंदोलन के दौरान सोशल मीडिया पर कई ऐसे कंटेंट शेयर किये गए जिनका प्रोटेस्ट से कोई सरोकार नहीं था। हमारी टीम ने ऐसे कई फेक दावों का पर्दाफाश किया है जो किसान आंदोलन की आड़ में गलत दावे के साथ शेयर किए गए थे। इसी बीच एक सरदार द्वारा तिरंगे पर जूता मारते हुए एक तस्वीर वायरल हो गई। तस्वीर के साथ दावा किया जाने लगा कि यह किसान आंदोलन नहीं बल्कि इसकी आड़ में देश विरोधी लोगों का प्रोटेस्ट है। आमतौर पर ऐसी तस्वीरों से आम लोगों में रोष उत्पन्न होना लाजमी है क्योंकि मामला राष्ट्रीय ध्वज से जुड़ा है। इसलिए ऐसी तस्वीरों का फैक्ट चेक जरुरी हो जाता है। इस दावे को सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों पर बेतहाशा शेयर किया जा रहा है। वायरल दावे का आर्काइव वर्जन यहाँ देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
राष्ट्रध्वज का अपमान करते एक सरदार की तस्वीर को मौजूदा किसान आंदोलन का बताते हुए शेयर किया जा रहा है। दावे का सच जानने के लिए सबसे पहले तस्वीर को गूगल रिवर्स के माध्यम से खोजना शुरू किया। तस्वीर को रिवर्स करने पर वायरल दावा कई अन्य सोशल मीडिया हैंडल्स पर भी दिखाई दिया जिसे साल 2019 में शेयर किया गया था। तस्वीर को देखने से इतना तो साफ़ हो गया था कि वायरल तस्वीर इंटरनेट पर वर्षों पहले से मौजूद है। लिहाजा इसका सम्बन्ध मौजूदा किसान आंदोलन से तो हो ही नहीं सकता।

मौजूदा किसान आंदोलन को लेकर वायरल हुए कई अन्य फेक दावों का फैक्ट चेक।
मौजूदा किसान आंदोलन के नाम पर तिरंगे का अपमान करती तस्वीर काफी पहले से इंटरनेट पर मौजूद है लिहाजा यह जानना जरुरी था कि तस्वीर कब की कहाँ की है, और इस तस्वीर का सम्बन्ध किस प्रोटेस्ट से है। कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से गूगल पर खोजने के दौरान वायरल तस्वीर दल खालसा यूके नामक एक ब्लॉग पर साल 2013 में अपलोड की गई प्राप्त हुई। इस ब्लॉग में वायरल तस्वीर को साल 2013 के कैप्शन के साथ अपलोड किया गया है।
ब्लॉग में बताया गया है कि 15 अगस्त साल 2013 को लंदन स्थित भारतीय उच्चायुक्त कार्यालय पर कुछ कश्मीरियों सहित सिख समुदाय के लोगों ने भारत सरकार पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया था।

दल खालसा यूके के उपरोक्त ब्लॉग में लोगों की कई तस्वीरें अपलोड की गई हैं जहां भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया गया है।

खोज के दौरान Dal khalsa UK protest in london 2013 कीवर्ड से गूगल पर खोजने के दौरान पता चला कि इस नाम का यूट्यूब चैनल इंडिया में बैन किया गया है।

Almy की वेबसाइट पर साल 2013 में लंदन स्थित भारतीय उच्चायुक्त कार्यालय के बाहर खालिस्तानी समर्थकों द्वारा किए गए प्रदर्शन की तस्वीर मौजूद है। इस तस्वीर में वह सरदार दिखाई दे रहा है जिसने तिरंगे का अपमान किया था।

Conclusion
मौजूदा किसान आंदोलन का बताकर वायरल हो रही सरदार की तस्वीर 7 साल पुरानी है। यह तस्वीर साल 2013 में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा लंदन स्थित भारतीय उच्चायुक्त कार्यालय के सामने किए गए प्रदर्शन की है। इस तस्वीर का मौजूदा किसान आंदोलन से कोई सम्बन्ध नहीं है। मौजूदा किसान आंदोलन में तिरंगे के अपमान जैसी कोई भी खबर अबतक सामने नहीं आयी है।
Result- False
Sources-
Dal Khalsa UK Blog-https://dalkhalsa.blogspot.com/2013/08/indian-independence-day-protest-indian.html
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