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आठ साल पुरानी तस्वीर को गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा से जोड़कर सोशल मीडिया पर किया गया शेयर

Written By Neha Verma
Jan 29, 2021
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26 जनवरी के मौके पर किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान पुलिस और किसानों में झड़प हो गई थी। ऐसे में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। वायरल तस्वीर में एक व्यक्ति को सड़क पर गिरे हुए देखा जा सकता है। उसकी पगड़ी भी सड़क पर गिरी हुई है। वायरल तस्वीर में सड़क पर गिरे हुए शख्स के आसपास कुछ पुलिसकर्मी हाथों में लाठी लिए हुए नज़र आ रहे हैं। इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि, तड़ीपार संघी गैंग वाले ऐसे अंदर घुसकर हिंसा फैलाते हैं और नाम बदनाम दूसरों का होता है। ये सुपारी तड़ीपार अपने प्यादों को देता है जिसकी सच्चाई इस फोटो में देखें।

वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न को यहां और यहां देखा जा सकता है।

देखा जा सकता है कि इस दावे को ट्विटर पर अलग-अलग यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।

https://twitter.com/ShajebKhan11/status/1354481774466748417

देखा जा सकता है कि इस दावे को फेसबुक पर अलग-अलग यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।

https://www.facebook.com/khushraj.meena.773/posts/1385496698468896
https://www.facebook.com/nanhe.nadan.50/posts/251880949651646
https://www.facebook.com/permalink.php?story_fbid=232682471729120&id=100049621070961

Fact Check/Verification

ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा से जोड़कर शेयर की जा रही तस्वीर की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। Google Reverse Image Search की मदद से खंगालने पर हमें वायरल तस्वीर से संबंधित कई परिणाम मिले।

ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा की नहीं है सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर

पड़ताल के दौरान हमें 5 मई, 2013 को Sikh Sangat News और Daily Mail द्वारा प्रकाशित की गई मीडिया रिपोर्ट्स मिली। इन रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के पूर्व नेता और 1984 में हुए सिख विरोधी दंगे के दोषी सज्जन कुमार को कोर्ट ने बरी कर दिया था। इसके चलते सिख समुदाय के लोग कोर्ट के फैसले का विरोध कर रहे थे।

ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा की नहीं है सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर

अधिक खोजने पर हमें Getty Images की वेबसाइट पर भी वायरल तस्वीर मिली। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक यह तस्वीर 5 मई, 2013 को नई दिल्ली में खींची गई थी जब सिख समुदाय के लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।

ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा की नहीं है सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर

पड़ताल जारी रखते हुए हमें 17 दिसंबर, 2018 को NDTV द्वारा प्रकाशित की गई मीडिया रिपोर्ट मिली। इसके मुताबिक दिल्ली हाईकोर्ट ने दो साल पहले यानि 2018 में सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।

ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा की नहीं है सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर

Conclusion

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही तस्वीर का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि लगभग आठ साल पुरानी तस्वीर को दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। इस तस्वीर का किसान आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है।


Result: Misleading


Our Sources

Sikh Sangat News https://sikhsangat.org/2014/sikh-group-seeks-action-against-police-officers-posted-in-delhi-during-the-sikh-genocide/

Daily Mail https://www.dailymail.co.uk/indiahome/indianews/article-2319922/Fifty-Sikh-protesters-detained-anger-Sajjan-acquittal-spills-over.html?ito=feeds-newsxml

Getty Images https://www.gettyimages.in/detail/news-photo/sikh-community-members-scuffle-with-policemen-as-they-news-photo/168147272?irgwc=1&esource=AFF_GI_IR_TinEye_77643&asid=TinEye&cid=GI&utm_medium=affiliate&utm_source=TinEye&utm_content=77643

NDTV https://www.ndtv.com/india-news/congress-sajjan-kumar-convicted-in-1984-anti-sikh-riots-case-delhi-high-court-cancels-acquittal-1963593


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