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Fact Check

Fact Check: तीन साल पहले उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा का वीडियो हालिया दिनों का बताकर वायरल

Written By Komal Singh, Edited By JP Tripathi
Jul 8, 2024
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Claim
ऋषि गंगा और तपोवन का एनटीपीसी डैम टूटने का वीडियो।
Fact
यह दावा भ्रामक है। वायरल वीडियो वर्ष 2021 में उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से आई बाढ़ का है।

उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। भूस्खलन के कारण मलबा गिरने से कई मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। इन सबके बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया गया है कि यह वीडियो ऋषि गंगा और तपोवन के एनटीपीसी डैम टूटने का है। हालाँकि, न्यूज़चेकर ने जांच में पाया कि यह वीडियो वर्ष 2021 का है। इस दौरान चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी।

6 जुलाई 2024 को एक्स पोस्ट (आर्काइव) में करीब डेढ़ मिनट के वीडियो में नदी के अंदर भारी उफान नजर आ रहा है। वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा गया है,“सावधान, ऋषि गंगा और tapovan का NTPC का dam टूट गया है शाम तक पानी चमोली पर कर लेगा, अभी हरिद्वार और ऋषिकेश का प्रोग्राम न बनाएं।”

Courtesy: X/@INCBANSAL

Fact Check/Verification

दावे की पड़ताल की शुरुआत में हमने ‘ऋषि गंगा और तपोवन में बांध टूटा’ की-वर्ड को गूगल सर्च किया। परिणाम में हमें इसकी पुष्टि करती कोई रिपोर्ट नहीं मिली।

अब हमने वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें 7 फरवरी 2021 के सोशल मीडिया पोस्ट्स में यह वीडियो नजर आया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि यह वीडियो पुराना है। पोस्ट्स के कैप्शन में इस वीडियो को उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से जुड़ा बताया गया है। ऐसे पोस्ट्स यहाँ, यहाँ और यहाँ देखें।

अब हमने ‘उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने’ कीवर्ड को गूगल सर्च किया। परिणाम में हमें 8 फरवरी 2021 को आज तक द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से आई बाढ़ से जुड़ी जानकारी मिलती है। रिपोर्ट में चमोली में ग्लेशियर टूटने से मची भारी तबाही की जानकारी दी गयी है। घटना के एक साल बाद 7 फरवरी 2022 को अमर उजाला द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि इस आपदा में 206 जानें चली गई थीं।

जांच में आगे हमने पाया कि चमोली पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से 6 जुलाई 2024 को पोस्ट कर वायरल दावे का खंडन किया है। चमोली पुलिस ने अपने पोस्ट में लिखा, ‘वर्ष 2021 में रैणी में आयी आपदा की वीडियो को कतिपय लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट कर वर्तमान परिदृश्य से जोड़ कर भ्रामक खबर के रूप में दिखाया जा रहा है, जो सत्य से एकदम परे है। कृपया ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें और ऐसी भ्रामक खबरों से सावधान रहें।’

पढ़ें: Fact Check: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में शामिल नहीं होने की बात कहते जवाहरलाल नेहरू का यह वीडियो एडिटेड है

Conclusion

जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि यह वीडियो साल 2021 का है। उस समय चमोली में ग्लेशियर टूटने से बाढ़ आ गई थी।

Result: Missing Context

Sources
Report published by Aaj Tak on 7th February 2021.
X post by Chamoli Police on 6th July 2024.

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