एक ट्विटर यूजर ने एक वीडियो शेयर करके लिखा है, “मानसून के इस सीजन में जबलपुर स्थित हमारा देसी निआग्रा फॉल्स- भेड़ाघाट फॉल्स
दावे का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है.
Fact Check/Verificaton
कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते सरकार द्वारा लॉकडाउन की घोषणा के बाद ही प्रकृति से संबंधित अनेकों वीडियोज, तस्वीरें और अन्य दावे वायरल होने लगे. कभी सड़क पर शेर देखे गए तो कभी हिरणों का झुण्ड, किसी ने पंक्षी देखे तो किसी ने डॉयनासोर तक देख लिया. एक सोशल मीडिया यूजर ने एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया कि मानसून सीजन में मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित भेड़ाघाट जलप्रपात ही हमारा देसी निआग्रा जलप्रपात है. कई सोशल मीडिया यूजर्स ने हमसे इस वीडियो की सत्यता जांचने का अनुरोध किया था.
अपनी पड़ताल के प्रथम चरण में हमने InVid नामक टूल की सहायता से वीडियो के की-फ्रेम्स निकाले ताकि हम वीडियो के अंदर मौजूद विज़ुअल्स की सहायता से वीडियो को गूगल पर ढूंढ सकें. वीडियो के एक की-फ्रेम को ढूंढने के दौरान गूगल द्वारा स्वतः जेनेरेटेड कीवर्ड्स ने वायरल वीडियो को कर्नाटक स्थित जोग फॉल्स का बताया। लेकिन गूगल द्वारा स्वतः जेनेरेट कीवर्ड्स केवल यही इशारा करते है कि संबंधित मीडिया को सोशल मीडिया पर किस टेक्स्ट या डिस्क्रिप्शन के साथ ज्यादातर यूजर्स ने या तो ढूंढा या अपलोड किया है.

गूगल सर्च द्वारा प्राप्त परिणामों को खंगालने पर हमें पता चला कि वीडियो असल में कर्नाटक स्थित जोग जलप्रपात का ही है. ‘The Better India’ द्वारा कुछ दिनों पहले इस वीडियो को कर्नाटक स्थित जोग जलप्रपात की खूबसूरती के नाम पर शेयर किया गया था.
गूगल सर्च के परिणामों से हमें यह भी पता चला कि वायरल वीडियो हाल फिलहाल का नहीं है बल्कि काफी पहले से इंटरनेट पर विभिन्न यूजर्स और पब्लिशर्स द्वारा शेयर किया जा रहा है.
Erik Solheim नामक ट्विटर के एक वेरिफाइड यूजर ने भी इस वीडियो को इसी वर्ष मई माह में शेयर किया था. गौरतलब है कि Erik Solheim ने भी वीडियो को भारत के कर्नाटक स्थित जोग फॉल्स का ही बताया था.
बताते चलें कि वीडियो को जबलपुर का बताये जाने पर कई ट्विटर यूजर्स ने इसे शेयर करने वाले यूजर को यह जानकारी दी कि यह वीडियो जबलपुर स्थित धुआंधार फॉल्स का नहीं बल्कि कर्नाटक स्थित जोग फॉल्स का है. जिनमें आईएफएस अधिकारी प्रवीण कासवान और CNN-News 18 के पत्रकार डीपी सतीश प्रमुख हैं.
अपनी पड़ताल के दौरान हमें कई अन्य ऐसे सबूत मिले जिनसे यही सिद्ध होता है कि वायरल वीडियो मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित धुआंधार फॉल्स का ना होकर कर्नाटक के जोग फॉल्स का है.
Result: Misleading
Sources:
Praveen Kaswan: https://twitter.com/ParveenKaswan/status/1286860321877970944
DP Satish: https://twitter.com/dp_satish/status/1286602633856208896
Erik Solheim: https://twitter.com/ErikSolheim/status/1261466406383579137