Sunday, April 27, 2025
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नॉर्वे की तस्वीर को फोटोशॉप कर दक्षिण भारतीय पहाड़ियों में शिवलिंग के नाम पर किया गया शेयर

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सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि दक्षिण भारत में दो पहाड़ों के बीच में एक शिवलिंग की स्थापना की गई है.

सोशल मीडिया पर हम अक्सर विभिन्न धर्मों को मानने वाले यूजर्स द्वारा उनके धर्मों से जुड़ी तमाम तस्वीरें या वीडियोज शेयर करते देख सकते हैं. इसी क्रम में कई बार यूजर्स भ्रामक तस्वीरें या वीडियोज शेयर कर बैठते हैं. कुछ ऐसा ही वाकया सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर के साथ हुआ जब सोशल मीडिया यूजर्स भारी तादाद में उक्त तस्वीर को शेयर कर सनातन धर्म के प्राचीन धरोहरों की चर्चा करने लगे. हमारे आधिकारिक व्हाट्सऐप नंबर पर एक पाठक द्वारा इस दावे का सच सामने लाने का निवेदन किया गया जिसके बाद हमने वायरल दावे की पड़ताल शुरू की. पड़ताल से पहले हमने जब वायरल तस्वीर को लेकर अन्य दावे ढूंढना शुरू किया तो हमने पाया कि कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस तस्वीर को शेयर किया है.

https://twitter.com/Aditisiingh12/status/1319703689695653888
https://twitter.com/Jyotithakur0811/status/1319094027090710530
https://twitter.com/lohewaliladki/status/1315900850271784965
https://twitter.com/_sangita_agrey_/status/1319275233296044037

Fact Check/Verification

दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल पर ढूंढा जहां हमें यह जानकारी मिली कि वायरल तस्वीर कई वेबसाइटों द्वारा प्रकाशित की गई है.

गूगल सर्च से प्राप्त परिणाम

इन्ही सर्च परिणामों में हमें ‘DAMSEL INDIOR’ नामक एक वेबसाइट पर 5 वर्ष पूर्व प्रकाशित एक लेख मिला जिसका शीर्षक है ‘2016 में यात्रा करने के लिए 6 गंतव्य’.


बता दें उपरोक्त वेबसाइट पर वायरल तस्वीर का एक दूसरा वर्जन प्राप्त हुआ. इस वर्जन में तस्वीर में कहीं भी शिवलिंग नहीं दिखता है तथा पहाड़ों पर लिखावट भी नहीं है.

असल तस्वीर

हमने ‘DAMSEL INDIOR’ नामक वेबसाइट पर प्राप्त तस्वीर को गूगल पर सर्च किया जहां हमें यह जानकारी मिली कि वायरल तस्वीर मूलतः नॉर्वे के ‘Frafjordheiane‘ नामक पर्वतश्रेणी की है.

alltrails.com/trail/norway/rogaland/oygardstol-til-langavatn-via-kjerag–2

https://www.shutterstock.com/image-photo/majestic-hanging-stone-kjerag-norway-213063274


इसके बाद हमने वायरल तस्वीर और असल तस्वीर का तुलनात्मक अध्ययन किया जिससे यह बात साफ़ हो गई कि वायरल तस्वीर को फोटोशॉप की सहायता से बनाया गया है. असल तस्वीर में शिवलिंग तथा पहाड़ों पर की गई लिखावट नहीं है. वायरल तस्वीर में शिवलिंग तथा पहाड़ों पर लिखावट को फोटोशॉप की सहायता से डाला गया है. गौरतलब है कि वायरल तस्वीर और असल तस्वीर में शिवलिंग और पहाड़ों पर की गई लिखावट के अलावा अन्य सारी जानकारियां हूबहू मेल खाती हैं.

वायरल तस्वीर और असल तस्वीर की तुलना

इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ़ हो जाती है कि वायरल तस्वीर के साथ फोटोशॉप की सहायता से छेड़छाड़ की गई है  तथा वायरल तस्वीर दक्षिण भारत की नहीं बल्कि नॉर्वे की है.

Result: Manipulated Media/False

Sources: DAMSEL INDIOR


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