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क्या प्याज से दूर हो गई थी ‘स्पैनिश फ्लू जैसी महामारी? जानिए प्याज को लेकर हुए वायरल दावे का सच

Written By Neha Verma
Feb 22, 2020
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Claim:

1919 में फ्लू की चपेट में आने से 40 मिलियन लोग मारे गए थे। 

Verification:

घातक कोरोना वायरस चीन से लेकर दुनियाभर में फैलता जा रहा है। चीन में अब तक इस बीमारी से 2345 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में हमारे व्हाट्सएप नंबर पर हमें एक सन्देश की सत्यता प्रमाणित करने के लिए निवेदन प्राप्त हुआ था। मैसेज में दावा किया जा रहा है कि 1919 में फ्लू से 40 मिलियन लोग मारे गए थे। एक डॉक्टर ने कई किसानों का दौरा किया था और जाना कि कई किसान फ्लू की चपेट में आए थे और कई की मृत्यू हो गई थी। हांलाकि डॉक्टर एक किसान से मिला जिसका परिवार इस फ्लू की चपेट का शिकार नहीं था।

पूछने पर किसान की पत्नी ने बताया कि उसने अपने घर के हर कमरे में बिना प्याज़ का खाना बनाकर रख दिया था। इसके बाद डॉक्टर ने सोचा कि इसका इलाज हो सकता है। उन्होंने प्याज़ को माइक्रोस्कोप के नीचे रखा और उसमें फ्लू वायरस पाया। प्याज़ में सभी रूप से स्पष्ट बैक्टीरिया को अवशोषित किया और इस तरह परिवार को स्वस्थ रखा। इसके बाद डॉक्टर ने ओरेगन में अपने एक मित्र को यह कहानी भेजी जो नियमित रूप से स्वास्थ्य के मुद्दों पर योगदान देता है। उसने प्याज़ के बारे में सबसे दिलचस्प अनुभव के साथ जवाब दिया:-

उन्होंने कहा मैं किसान की कहानी के बारे में नहीं जानता और मुझे पता है कि मैं खुद निमोनिया से ग्रस्त थी और बहुत बीमार थी। मैनें प्याज़ के दोनों छोरों को काट दिया और उसे एक जार में डाल दिया। फिर रात को जार को अपने बगल में रख दिया। इसके बाद मैं सुबह तक बेहतर महसूस करने लगी थी और प्याज़ काला हो गया था। प्याज़ में मौजूद जीवाणु की वजह से।

फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप पर किए जा रहे दावे को हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से खंगाल। पड़ताल के दौरान हमें BBC और अमर उजाला का लेख मिला। लेख से हमने जाना कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी कि फ्लू महामारी में लाखों लोग मर सकते हैं। यह पहली बार नहीं होगा। 1918-19 में दुनिया में फैले स्पैनिश फ्लू वायरस को इतिहास में सबसे घातक बीमारियों में से एक माना जाता है। इस महामारी ने ब्रिटेन में ढाई लाख लोगों की जान ले ली थी और दुनिया भर के 5-10 करोड़ लोगों ने इसकी चपेट में आकर जान गंवाई थी। 

वो फ्लू जिसने करोड़ों लोगों को मौत के मुंह में धकेल दिया

स्पेनिश फ़्लू महामारी से बचे हुए लोगों के पत्र बताते हैं कि 1918-1919 में ब्रिटेन पर डर और अराजकता का अंधेरा छा गया था। ये पत्र समझने में मदद करते हैं कि किसी घातक बीमारी के साये में रहना क्या होता है।लंदन में इंपीरियल वॉर संग्रहालय में दस्तावेजों की जांच

The ‘bird flu’ that killed 40 million

Health officials warn that millions could die in a flu pandemic. It would not be the first time. The Spanish flu virus that swept the world in 1918-19 is considered one of the most deadly diseases in history. In March 1918 an army cook reported to the infirmary at Fort Riley, Kansas, with a temperature of 39.5 C.

खोज के दौरान The Star के लेख से हमने जाना कि प्याज को लेकर किए जा रहे दावे में कोई सच्चाई नहीं है। वायरल दावे की तह तक जाने तक के दौरान हमने पाया कि प्याज़ को एक कमरे में रखने से किसी भी प्रकार का बैक्टीरिया या वायरस को प्याज अपने अंदर नहीं सोखता। निमोनियां कई प्रकार के बैक्टीरिया या वायरस के कारण हो सकता है। जबकि धुम्रपान न करने, अच्छी व्यक्तिगत स्वच्छता का अभ्यास करने और टीका लगवाने से निमोनिया के जोखिम को कम किया जा सकता है।

हमारी पड़ताल में हमने जाना कि फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप पर स्पैनिश फ्लू वायरस को लेकर किया जा रहा दावा गलत है।

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