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क्या वाकई मोदी सरकार ने विश्व बैंक से नहीं लिया कर्ज़?

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Viral News

हिंदुस्तान के 70 साल के इतिहास में, सिर्फ 3 साल ऐसे हे, जिसमे हिंदुस्तान ने #WorldBank से एक रुपये का भी कर्ज नही लिया। और वो तीन साल है, 2015-16, 2016-17 और 2017-18। और हा यह तीनों साल #चायवाले की @BJP4India सरकार में आते हैं, बाकी हार्वर्ड वाले Stand Up-Sit Down खेल रहे थे।

 

मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद अपने शुरूआती 3 सालों में विश्वबैंक से एक भी पैसे का लोन नहीं लिया ऐसी ख़बर सोशल मीडिया में बड़ी तेजी से फैल रही हैं।

Investigation

ये जानने के लिए कि क्या वाकई पीएम मोदी की सरकार ने विश्व बैंक से लोन नहीं लिया? हमने तथ्यों को खंगालना शुरू किया। हमारी खोज के दौरान हमें कुछ ऐसे ही ट्वीट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मिलते गए जिन्होंने इस तरह के सन्देश को वायरल करने में अपनी भूमिका निभाई थी। चौकीदार आकाश चौधरी के नाम की प्रोफाइल की इस पोस्ट को 1 हजार से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है।

इसके अलावा फेसबुक पर भी इस तरह के पोस्ट देखने को मिले

अब बारी थी गूगल सर्च की। कुछ कीवर्ड्स के इस्तेमाल से हमें ऐसे चौंकाने वाले तथ्य मिले जो वायरल सन्देश से बेहद उलट कहानी बयां कर रहे थे। ख़बरों के अनुसार साल 2015 से 2017 के बीच भारत ने विश्वबैंक से ढेर सारा कर्ज लिया। यहां तक कि स्वच्छ भारत अभियान के लिए विश्वबैंक ने भारत को 1.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर अनुमोदित किया था जो कर्ज के रूप में ली गई हालिया वर्षों में सबसे बड़ी रकम थी। इन सब तथ्यों को विश्वबैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर देखा जा सकता है। भारत ने विश्वबैंक से देश के कई परियोजनाओं में पैसा लगाने के लिए ढेर सारा कर्ज लिया था जिसका स्क्रीनशॉट यहां देखा जा सकता है।

सत्यता प्रमाणित करने के लिए कि भारत ने विश्वबैंक से कर्ज लिया या नहीं इस लिंक पर जाकर अच्छे से जान सकते हैं।

https://bit.ly/2ICB0wC

हमारी वायरल पड़ताल में किया जा रहा दावा पूरी तरह से गलत साबित हुआ।

Result: Fake

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

JP Tripathi
JP Tripathi
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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