रविवार, अक्टूबर 6, 2024
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फैक्ट चेक: क्या रेप पर मीडिया के सवालों से बचने के लिए गेट फांदकर भागे अखिलेश यादव? जानें सच

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
अखिलेश यादव रेप के आरोप में गिरफ्तार सपा नेता नवाब सिंह यादव को लेकर सवाल पूछे जाने के डर से भागने लगे.

Fact
नहीं, वीडियो करीब एक साल पुराना है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सपा मुखिया अखिलेश यादव एक गेट फांदते हुए दिखाई दे रहे हैं. वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि अखिलेश यादव कन्नौज में नाबालिग से रेप के आरोप में गिरफ्तार किए गए सपा नेता नवाब सिंह यादव को लेकर मीडिया द्वारा सवाल पूछे जाने के डर से भाग गए.

हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वीडियो करीब एक साल पुराना है. यह वीडियो उस समय का है, जब अखिलेश यादव समाजवादी चिंतक और विचारक जय प्रकाश नारायण की जयंती पर माल्यार्पण करने की अनुमति न मिलने की वजह से गेट फांदकर लखनऊ के जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर के अंदर गए थे.

न्यूज रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते 11 अगस्त की देर रात को 15 साल की एक नाबालिग अपनी बुआ के साथ कन्नौज के सपा नेता नवाब सिंह यादव के कॉलेज में नौकरी मांगने गई थी. इसी दौरान नवाब सिंह यादव ने लड़की के साथ दरिंदगी की और इसके बाद नाबालिग की शिकायत पर पुलिस ने नवाब को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया था. नाबालिग ने ही FIR दर्ज कराई थी और फिर 12 अगस्त को नवाब सिंह को जेल भेजा गया था. हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सपा नेता नवाब सिंह यादव का DNA सैंपल भी नाबालिग लड़की से मैच हो गया है. 

वायरल वीडियो करीब 19 सेकेंड का है, जिसमें अखिलेश यादव मीडियाकर्मियों की मौजूदगी में गेट फांदते हुए दिख रहे हैं. इस वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर करते हुए लिखा गया है, “अखिलेश यादव जी के करीबी सपा नेता नवाब सिंह यादव पर रेप का आरोप लगा,आज DNA से पुष्टि भी हो चुकी है. लेकिन सपा प्रमुख मीडिया से डर कर गेट पर चढ़ गए और भाग निकले.मीडिया से भाग गये जनता से कब तक भागोगे?” 


Courtesy: X/DilipKu24388061

Fact Check/Verification

Newschecker ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए वीडियो में दिख रहे दृश्यों की मदद से कीवर्ड सर्च किया. इस दौरान हमें पत्रकार राजेश साहू द्वारा 11 अक्टूबर 2023 को किया गया ट्वीट मिला, जिसमें वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश मौजूद थे. पोस्ट के कैप्शन में बताया गया था कि “जेपी की जयंती पर अखिलेश यादव को श्रद्धांजलि देने से रोका गया। अखिलेश गेट फांदकर अंदर पहुंच गए. यही काम इमरजेंसी के वक्त जेपी, लोहिया, चंद्रशेखर, लालू जैसे नेता करते थे”.

Courtesy: X/askrajeshsahu

इसी दौरान हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर भी इससे जुड़ी रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो में मौजूद दृश्यों वाली तस्वीर फीचर इमेज के रूप में मौजूद थी. अमर उजाला की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, 11 अक्टूबर 2023 को समाजवादी विचारक जय प्रकाश नारायण की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने को लेकर अखिलेश यादव लखनऊ के जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) पहुंचे थे. हालांकि, लखनऊ विकास प्राधिकरण ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए माल्यार्पण की अनुमति नहीं दी थी. समाजवादी पार्टी ने प्राधिकरण को पत्र लिखकर अनुमति भी मांगी थी. 

अखिलेश यादव ने जेपीएनआईसी पहुंचकर पहले तो गेट खोलने की कोशिश की फिर गेट नहीं खुलने पर वह गेट फांदकर ही अंदर चले गए. उनके साथ कुछ सपा समर्थक भी अंदर गए. फिर अखिलेश यादव ने अंदर मौजूद जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. माल्यार्पण के बाद मीडिया से बातचीत में अनुमति न मिलने को लेकर उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा.

इसके अलावा, हमें लाइव हिंदुस्तान के यूट्यूब अकाउंट से भी 11 अक्टूबर 2023 को अपलोड की गई रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो वाले दृश्य शामिल थे. इस रिपोर्ट में भी बताया गया था कि अनुमति न मिलने की वजह से अखिलेश यादव गेट फांदकर जयप्रकाश नारायाण की मूर्ति पर माल्यार्पण करने चले गए थे.

जांच में मिली द क्विंट हिंदी की रिपोर्ट में भी उस दौरान की कई तस्वीरें मौजूद थी. साथ ही इस रिपोर्ट में भी यही बताया गया था कि 11 अक्टूबर को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लखनऊ के जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे. लेकिन गेट पर ताला लगे होने की वजह से वे और उनके समर्थक गेट फांदकर अंदर पहुंच गए और माल्यार्पण किया.

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि नवाब सिंह यादव पर लगे आरोपों को लेकर मीडिया के सामने जवाब न देने के डर से अखिलेश यादव के भागने का दावा गलत है.

Result: False

Our Sources
Tweet by one X account on 11th oct 2023
Article Published by amar ujala on 11th oct 2023
Video report by live hindustan on 11th oct 2023
Article Published by the quint on 11th oct 2023

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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