Claim-
हृदय विदारक घटना देखकर दिल दहल गया मानवता कराह उठी। कलेजा भर आया किसी का पैर टूटा किसी का हाथ किसी का सिर जांघ घुटना अलग अलग सभी के भयंकर चोट लगी है,बुद्ध कथा में रखी बाबा साहब की एवं तथागत बुद्ध की फोटो फाड़कर

आग लगा दी यह घटना है कानपुर देहात गजनेर के मंगटा गांव की।
Verification-
सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में कई लोगों को जमीन पर अस्त-व्यस्त अवस्था में पड़े हुए देखा जा सकता है। वीडियो शेयर करने वाले यूज़र का दावा है कि उक्त वीडियो कानपुर के मंगटा गांव में उस वक़्त दर्शाया गया था जब गांव के सवर्णों द्वारा दलितों को बुद्ध तथा भीम कथा करने से आपत्ति जताई गई थी।
वायरल हो रहे वीडियो और दावे का सच जानने के लिए हमने गूगल पर खोजना आरम्भ किया। जहां सबसे पहले इस तथ्य की जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया कि कानपुर के अंदर क्या वास्तव में ऐसी कोई घटना घटित हुई है या नहीं। खोज के दौरान हमें
NDTV की वेबसाइट पर वायरल घटना की
खबर प्रकाशित प्राप्त हुई। खबर में एक वीडियो भी प्रसारित हुआ है जहां पूरी घटना की जानकारी दी गयी है।
खबर के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में हथियारबंद दबंगों ने बीते गुरुवार को अनुसूचित जाति के लोगों के घरों पर हमला कर दिया। इस वारदात में अनुसूचित जाति के 28 लोग घायल हो गए। मामले में 30 सवर्णों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर हुई है जिनमें से 12 को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। अनुसूचित जाति के लोगों का आरोप है कि सवर्ण इस बात से नाराज़ थे कि वे वहां पारंपरिक धार्मिक कथाएं ना कराकर बौद्ध कथा और भीम कथा करा रहे थे।
इसके बाद हमने वीडियो की शिनाख्त करने के लिए गूगल पर खोजना आरम्भ किया। जहाँ हमने वीडियो को कुछ कीवर्ड्स तथा स्क्रीनशॉट्स के माध्यम से खोजा। खोज में हमें
अमर उजाला की वेबसाइट पर प्रकाशित एक
लेख प्राप्त हुआ।
लेख के मुताबिक ओडिसा में गंजाम जिला के गोलंथरा थानांतर्गत मेंडराजपुर में बस 11 केवी बिजली के तार की चपेट में आ गई। बस में आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 अन्य घायल हो गए। इनमें से नौ की हालत अति गंभीर बताई गई है, जिन्हें कटक एससीबी मेडिकल कालेज अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
इसके बाद घटना की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने और बारीकी से गूगल पर खोजा। इस दौरान हमें यूट्यूब के एक
OTV नामक न्यूज़ चैनल पर वायरल क्लिप का पूरा
वीडियो प्राप्त हुआ। यूट्यूब पर प्राप्त वीडियो में वायरल वीडियो वाली बस को साफ़ साफ़ देखा जा सकता है।
इन सभी तथ्यों को परखने के बाद
newschecker.in की पड़ताल में वायरल वीडियो भ्रामक साबित हुआ।
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