इस साल टोक्यो ओलंपिक के दौरान खेलभावना की शानदार मिसाल पेश करने वाले कई दिलचस्प नजारे देखने को मिले, चाहे वह अर्जेंटीना के कोच और खिलाड़ी का प्यार हो या फिर 13 साल की बच्ची का गोल्ड या फिर इटली के जियानमार्को ताम्बरी और कतर के मुताज़ बर्शिम के आपस में स्वर्ण पदक बांटने वाला मामला हो। इसी बीच इंटरनेट पर दो विदेशी धावकों की एक तस्वीर के साथ दावा किया गया है कि टोक्यो ओलिंपिक में केन्या (kenya) के सुप्रसिद्ध धावक को उनके पीछे आने वाले स्पेन के प्रतिस्पर्धी, इवान फर्नांडिज ने धक्का मारकर फिनिशिंग लाइन पार करवाई और उन्हें स्वर्ण पदक जितवाया।
देश की बेटियां कमाल कर रही हैं, चूल्हा चौका से निकलकर वो खेलों में मिसाल बन रही हैं। टोक्यो ओलंपिक में देश का सिर गर्व से ऊंचा करते हुए, बेटियां एक के बाद एक मेडल लेकर आ रही है। ओलंपिक में अभी तक भारत को कुल पांच पदक मिले हैं, जिनमें से दो सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज है। इन पांच पदकों में तीन पदक लड़कियां लेकर आई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न किए जाने की घोषणा की है। पीएम ने अपने ट्विटर अकाउंट से लिखा कि खेल जगत के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार का नाम बदले जाने की मांग पिछले कई समय से की जा रही थी। इस घोषणा के बाद से ही सोशल मीडिया पर #thankyoumodiji ट्रेंड करने लगा।
2019 में भाजपा का दामन थाम चुके कपिल मिश्रा आम आदमी पार्टी के टिकट पर दिल्ली की करावल नगर विधानसभा सीट से विधायक तथा अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. राजनीति में आने से पहले एक्टिविस्ट के तौर पर काम कर चुके कपिल मिश्रा का नाम कई विवादित बयानों के लिए भी काफी चर्चा में रहा. वर्तमान में कपिल मिश्रा भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख नेताओं में से एक माने जाते हैं.