सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि यूपी के आजमगढ़ में मोहम्मद परवेज नाम के एक नाई ने शिवशंकर नाम के एक व्यक्ति के गले में कैंची घोपकर हत्या कर दी. साथ ही, इस घटना को उदयपुर के कन्हैयालाल और महाराष्ट्र के उमेश कोल्हे की हत्याओं से भी जोड़ा जा रहा है.
कुछ लोगों का कहना है कि अभी कन्हैयालाल और उमेश कोल्हे की चिता की आग ठंडी भी नहीं हुई थी कि इसी जैसा एक और मामला सामने आ गया, जिसमें एक मुस्लिम ने एक हिंदू की हत्या कर दी. ये पोस्ट फेसबुक और ट्विटर पर काफी वायरल है.


बता दें कि राजस्थान के उदयपुर में 28 जून 2022 को कन्हैयालाल नाम के एक टेलर की दो मुस्लिमों ने हत्या कर दी थी. खबरें आईं कि आरोपियों ने कन्हैयालाल की हत्या इसलिए की क्योंकि उसने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने वाली निष्कासित बीजेपी प्रवक्ता नुपूर शर्मा का समर्थन किया था. इसी तरह 21 जून 2022 को महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे नाम के एक केमिस्ट की भी हत्या हुई थी. इस मामले के आरोपी भी मुस्लिम समुदाय से आते हैं. कोल्हे की हत्या के तार भी नुपूर शर्मा का समर्थन करने से जोड़े जा रहे हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, कोल्हे ने भी नुपूर शर्मा का समर्थन किया था, जिसकी चलते उनकी हत्या हुई. इन्हीं घटनाओं के मद्देनजर वायरल पोस्ट में कहा गया है कि कन्हैयालाल और उमेश कोल्हे के बाद शिवशंकर को भी एक मुस्लिम ने मार डाला.
Fact Check/Verification
गूगल पर कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें इस मामले को लेकर प्रकाशित हुईं कई खबरें मिलीं. “द प्रिंट” की एक खबर के अनुसार, शिवशंकर की हत्या का यह मामला आजमगढ़ के कोइनहा बाजार का था. कारोबारी शिवशंकर बाल कटवाने के लिए अपने घर के सामने स्थित परवेज नाम के एक नाई की दुकान पर पहुंचा था. किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया और परवेज ने शिवशंकर पर कैंची से हमला कर दिया. गंभीर रूप से घायल शिवशंकर की अस्पताल में मौत हो गई.
लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह है कि खबरों में यह घटना 1 जून 2022 की बताई गई है. इस घटना पर उस समय आज तक और इंडिया टीवी ने भी खबरें प्रकाशित की थीं. जैसा कि हमने ऊपर भी बताया कि कन्हैयालाल की हत्या 28 जून और उमेश कोल्हे की हत्या 21 जून को की गई थी. यानी कि आजमगढ़ के शिवशंकर की मौत इन दोनों घटनाओं के कई दिनों पहले हुई थी, ना कि हाल-फिलहाल में. 3 जून 2022 को आजमगढ़ पुलिस ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से आरोपी परवेज के गिरफ्तार होने की जानकारी दी थी.
एक दूसरे ट्वीट में आजमगढ़ पुलिस ने बताया था कि शिवशंकर और नाई परवेज में पहले बाल कटवाने को लेकर झगड़ा हुआ था. इसी झगड़े में परवेज ने शिवशंकर के गले पर कैंची से हमला कर दिया जिसमें उसकी मौत हो गई.
इसके साथ ही, घटना को कन्हैयालाल और उमेश कोल्हे की हत्याओं से जोड़ रहे यूजर्स के पोस्ट्स पर भी आजमगढ़ पुलिस ने कमेंट किया है. पुलिस ने लिखा है कि शिवशंकर और परवेज वाला प्रकरण पुराना है और इसे अनावश्यक रूप से शेयर करके शांति भंग ना की जाए.
Conclusion
निष्कर्ष यह निकलता है कि आजमगढ़ में शिवशंकर की हत्या का दावा तो सही है. ये बात भी सच है कि इस हत्या का आरोपी परवेज नाम का एक शख्स ही था. लेकिन ये घटना नुपूर शर्मा का समर्थन को लेकर हुईं कन्हैयालाल और उमेश कोल्हे की हत्याओं से कई दिन पहले की है, बाद की नहीं, जैसा कि दावा किया गया है.
Result: Partly False
Our Sources
Reports of The Print and AajTak, published on June 2, 2022
Tweet of Azamgarh police, posted on June 3, 2022
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
यह भी पढ़ें…रामनाथ कोविंद का जजों की कमी पर दिया गया ये बयान पांच साल पुराना है