सोशल मीडिया पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) के अपमान के संदर्भ में दो तस्वीरें शेयर कर दावा किया गया कि, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने खुद रेड कार्पेट पर ना चलकर इसे अमित शाह के लिए छोड़ दिया.

उक्त दावे का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है.
संवैधानिक तौर पर भारत का राष्ट्रपति देश का प्रथम नागरिक होता है. राष्ट्रपति के पद को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है तथा राष्ट्रपति को आमतौर पर राजनैतिक प्रतिद्वंदता से दूर रखा जाता है। लेकिन फिर भी भारत के विभिन्न राष्ट्रपतियों के बारे में सैकड़ों अपमानजनक टिप्पणियां आपको सोशल मीडिया पर आसानी से देखने को मिल जाएंगी. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि राष्ट्रपति (Ramnath Kovind) की जाति को लेकर उनके तथा उनके राजनीतिक विचारधारा पर कटाक्ष किया गया हो। पूर्व में भी कई ऐसे मामले आये हैं जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) को लेकर भ्रामक दावे कर उनकी जाति की वजह से उनके अपमान का दावा किया गया है. पूर्व में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) द्वारा अपने गुरु के पैर छूने को उनकी जाति से जोड़कर उनके खिलाफ अपमानजनक दावे किये गए थे. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा राष्ट्रपति को श्रीमती कहकर संबोधित करने का दावा शेयर कर भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) को लेकर अपमानजनक दावा शेयर किया गया था.

यह दावा फेसबुक पर भी वायरल है। जिसे यहां देखा जा सकता है.
Fact Check/Verification
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले यह पता लगाने का प्रयास किया कि वायरल तस्वीर किस मौके पर ली गई थी. इसके लिए हमने कुछ कीवर्ड्स की सहायता से गूगल सर्च किया। जहां हमें यह जानकारी मिली कि हाल ही में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और गृह मंत्री अमित शाह गुजरात के अहमदाबाद स्थित मोटेरा स्टेडियम (Motera Stadium) के पुनर्नामकरण (Renaming) के लिए गुजरात पहुंचे थे.

इसके बाद हमें भारत के राष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर पेज द्वारा शेयर किया गया एक ट्वीट भी प्राप्त हुआ। जिसमें उपरोक्त उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति की मौजूदगी की जानकारी दी गई है. गौरतलब है कि वायरल दावे में राष्ट्रपति और गृहमंत्री ने वही कपड़े पहन रखे हैं, जैसा कि उपरोक्त लेख और राष्ट्रपति भवन द्वारा शेयर की गई तस्वीरों में पहन रखा है.
इसके बाद हमने उक्त उद्घाटन समारोह का वीडियो ढूंढना शुरू किया। जहां हमें राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक यूट्यूब चैनल द्वारा प्रकाशित उक्त उद्घाटन कार्यक्रम का पूरा वीडियो प्राप्त हुआ. हालांकि इस यूट्यूब वीडियो में राष्ट्रपति कोविंद और गृह मंत्री अमित शाह को पीछे से कैमरे में कैद किया गया है। इसलिए कार्पेट पर चलने के दौरान राष्ट्रपति और गृह मंत्री की गतिविधियों का पता नहीं चल पाया. गौरतलब है कि उक्त वीडियो में 1 मिनट 10 सेकंड के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को आगे चलता देखा जा सकता है. बता दें कि इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह प्रोटोकॉल के तहत राष्ट्रपति के पीछे चलते नजर आते हैं.
इसी वीडियो में आगे 2 मिनट 18 सेकंड के बाद राष्ट्रपति कोविंद को उद्घाटन तथा पूजन विधि करते हुए भी देखा जा सकता है. गौरतलब है कि पूरे यूट्यूब वीडियो में प्रोटोकॉल के अनुसार राष्ट्रपति कोविंद ही पूरे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में नजर आते हैं.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) और गृह मंत्री अमित शाह को रेड कार्पेट पर चलते समय, सामने से कैमरे में कैद करने वाले वीडियो की तलाश में हमने कुछ कीवर्ड्स की सहायता से यूट्यूब के सर्च फीचर का इस्तेमाल किया. जहां हमें NDTV द्वारा अपलोड किया गया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो में 6 मिनट 30 सेकण्ड के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को कई बार रेड कार्पेट पर चलते देखा जा सकता है.
NDTV द्वारा अपलोड किए गए यूट्यूब वीडियो को देखने के बाद हमें यह जानकारी मिली कि राष्ट्रपति और गृह मंत्री दोनों ही कार्पेट के अंत तक उस पर ना चलकर बीच में ही मुड़ जाते हैं। इसी वजह से दोनों ही ज्यादा देर तक कार्पेट पर नहीं रह पाते. दावे के विपरीत राष्ट्रपति कोविंद कार्पेट पर चले थे। यह हमारे तुलनात्मक अध्ययन में भी देखा जा सकता है.

Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राष्ट्रपति कोविंद (Ramnath Kovind) के अपमान का दावा गलत है.
Result: Misleading
Sources:
YouTube video published by President of India
YouTube video published by NDTV
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