Claim
राजस्थान के जालौर में पानी का मटका छूने पर पिटाई के बाद हुई एक बच्चे की मौत का मामला इस समय सुर्खियों में है। सोशल मीडिया पर डांस करते एक बच्चे का वीडियो वायरल है। इस वीडियो को शेयर कर लोग दावा कर रहे हैं कि वीडियो में दिख रहा बच्चा इंद्र कुमार मेघवाल है, जिसकी जालौर में एक शिक्षक द्वारा पिटाई के बाद मौत हो गई थी।

Fact
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने वायरल पोस्ट पर किए गए कोट ट्वीट को देखा। एक यूजर ने कमेंट किया है कि वीडियो में नज़र आ रहा बच्चा इंद्र कुमार मेघवाल नहीं है और ये राजस्थान के बाड़मेर के तारातरा का वीडियो है। इससे मदद लेते हुए हमने फेसबुक पर ‘बाड़मेर तारातरा डांस’ कीवर्ड को सर्च किया। इस दौरान हमें Tr. Deda Ram Chaudahry द्वारा किया गया एक फेसबुक पोस्ट मिला। इस पोस्ट में वायरल वीडियो का एक स्क्रीनशॉट संलग्न है। पोस्ट के कैप्शन में बताया गया है कि यह वीडियो बाड़मेर के गोरखधाम का है। इसके बाद हमने कुछ कीवर्ड की मदद से फेसबुक पर सर्च किया। हमें GUPS Gomrakh dham Taratra, Chohtan, Barmer के फेसबुक पेज से 30 जुलाई 2022 को अपलोड किया गया एक वीडियो प्राप्त हुआ। पोस्ट के कैप्शन के मुताबिक, डांस कर रहे बच्चे का नाम हरीश है। गौरतलब है कि यह वही वीडियो है, जिसे सोशल मीडिया पर जालौर का बताकर शेयर किया जा रहा है।
अब हमने तारातरा के गोमरख धाम के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर गोनेसाराम चौधरी से संपर्क किया। उन्होंने बताया, “डांस करते हुए बच्चे का वीडियो हमारे ही स्कूल का है। बच्चे का नाम हरीश भील है और ये तारातरा का ही रहने वाला है। हमारे यहां प्रत्येक शनिवार को राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजना ‘नो बैग डे’ मनाया जाता है, जिसमें बच्चे खेलकूद और अन्य गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं। ये उसी इवेंट का वीडियो है। सोशल मीडिया पर लोग इसे जालौर की घटना से जोड़कर शेयर कर रहे हैं जो कि गलत है।”
बता दें, बीते दिनों राजस्थान के जौलोर में सुराणा गांव स्थित एक निजी स्कूल में एक बच्चे की कथित तौर पर पिटाई के कारण मौत हो गई। ‘द वायर’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 20 जुलाई को राजस्थान के एक निजी स्कूल में कथित तौर पर एक शिक्षक ने पानी का मटका छूने पर नौ वर्षीय एक दलित बच्चे इंद्र कुमार मेघवाल को पीटा था, जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शिक्षक को गिरफ़्तार कर लिया है और उनके खिलाफ अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस तरह हमारी पड़ताल में स्पष्ट है कि बाड़मेर के एक स्कूल का वीडियो, राजस्थान के जालौर में हुई घटना का बताकर सोशल मीडिया पर गलत दावा शेयर किया जा रहा है।
Result: False
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