Claim
सोशल मीडिया पर दावा कईल जाता कि नोट पर कुछ लिखले के बाद ओकर वैधता खतम हो जाला.

Fact
नोट पर कुछ लिखले के बाद ओकर वैधता खतम भईले के नाम पर शेयर कईल जा रहल ए दावा के पड़ताल के दौरान हमनी के RBI द्वारा 14 दिसंबर, 2015 के प्रकाशित प्रेस रिलीज़ प्राप्त भईल. RBI के प्रेस रिलीज़ में तब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहल वो मैसेज के खंडन कईल गईल बा जवने में ई दावा कईल गईल रहल कि नोट पर कुछ लिखले से उ अवैध हो जाला. एकरे साथे ही रिज़र्व बैंक देशवासिन से नोट पर कुछ ना लिखले के अपील भी कईले बा.

RBI के ही वेबसाइट पर मौजूद FAQ (अक्सर पूछे जाए वाला सवाल) में हमनी के रंगल, धब्बा लगल या कुछ लिखल नोटन के वैधता से जुड़ल एगो सवाल के जवाब में भी ईहे जानकारी मिलल कि उ सारा नोट वैध मानल जाला जवने पर छपल जानकारी समझ में आ सके. एकरे अलावा हमनी के RBI के Clean Note Policy (स्वच्छ या साफ नोट नीति) के बारे में भी पता चलल, जवने में RBI देशवासिन से नोट पर पेंच मरले, एपर कुछ लिखले या रबर स्टाम्प लगवले और कुछ धार्मिक कार्य में एकरे इस्तेमाल से बचले के अपील भी कईले बा.

RBI द्वारा 18 नवंबर, 2005 के प्रकाशित एक अधिसूचना में ई जानकारी दिहल गईल बा कि कवनों नोट पर अगर राजनैतिक संदेश लिखल बा ते ओके अवैध मुद्रा के तौर पर देखल जाई.
एकरे अलावा हमनी के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आए वाला PIB (प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो) के फैक्ट चेक इकाई PIB Fact Check द्वारा 8 जनवरी, 2023 के शेयर कईल गईल एगो ट्वीट प्राप्त भईल, जवने में ई जानकारी दिहल गईल बा कि कुछ लिखल नोट भी वैध मानल जाला. ट्वीट में आगे नोट पर कुछ ना लिखले के अपील भी कईल गईल बा.
ए तरह हमनी के पड़ताल में ई बात साफ हो जाता कि नोट पर कुछ लिखले के बाद ओकर वैधता खतम भईले के नाम पर शेयर कईल जा रहल ई दावा भ्रामक बा. असल में कुछ लिखल नोटन के भी वैध मानल जाला लेकिन भारतीय रिज़र्व बैंक देशवासिन से नोट पर कुछ ना लिखले के अपील करेले.
ई लेख Newschecker द्वारा मराठी भाषा में भी प्रकाशित कईल जा चुकल बा.
Result: False
Our Sources
Press release & FAQ released by RBI
PIB Fact Check
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