After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.
Claim–
करोना वायरस की महामारी के चलते अमिताभ बच्चन ने मुंबई सरकार को 500 करोड़ रुपए दिए।
दावे का संक्षिप्त विवरण–
सोशल मीडिया एप्प टिकटाॅक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाॅलीवुड के विख्यात अभिनेता अमिताभ बच्चन का स्वागत करते दिख रहे हैं। इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि बिग बी ने कोरोना वायरस की महामारी के चलते मुंबई सरकार को 500 करोड़ रुपए दिए हैं। अमिताभ बच्चन मूवी के साथ-साथ रियल लाइफ में भी हीरो हैं।
Verification–
हमने इस बारे में पड़ताल शुरु की। अमिताभ बच्चन द्वारा 500 करोड़ रुपए देने की खबर किसी टीवी चैनल मेंदिखाई गई या समाचारपत्र में छपी है या नहीं इस बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की। इस दौरान हमें अमिताभ बच्चन और कोरोना को लेकर कई खबरें देखने को मिली।
खबरों में कहीं पर भी महाराष्ट्र सरकार या मुंबई महापालिका को अमिताभ बच्चन द्वारा 500 करोड़ रुपए देने का जिक्र नहीं है। हमने अमिताभ बच्चन का ट्विटर अकाउंट खंगाला लेकिन वहां पर भी उन्होंने करोना वायरस को लेकर जनजागृति करने वाला वीडियो अपलोड किया है। अपने ट्विटर हैंडल पर पर भी उन्होंने 500 करोड़ देने का जिक्र नहीं किया है।
इसके अलावा हमनें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का का और सीएमओ का ट्विटर अकाउंट खंगाला लेकिन वहां पर भी अमिताभ बच्चन द्वारा 500 करोड़ रुपए देने की जानकारी नहीं मिली।
इसके बाद हमने टिकटाॅक पर शेयर किए गए इस वीडियो में से कुछ स्क्रीनशाॅट्स निकाले और रिवर्स इमेज की सहायता से खोज की तो पता चला कि बिग बी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह वीडियो पांच साल पुराना है। हमें यह वीडियो मैंगो न्यूज के यूटयूब चैनल पर मिला।
आज तक ने दोनों की मुलाकात की खबर दिखाई थी। लेकिन खबर में नहीं बताया गया है कि दोनों के बीच क्या बातचीत हुई।
इससे साफ होता है कि अमिताभ बच्चन और नरेंद्र मोदी की पुरानी वीडियो में से कुछ हिस्सा काटकर उसे गलत दावे के साथ वायरल किया गया है। अमिताभ ने मुंबई महापालिका या महाराष्ट्र सरकार को 500 करोड़ का चेक नहीं दिया है और न ही वे हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले हैं। पोस्ट के माध्यम से भ्रामकता फैलाई जा रही है।
Source
Tiktok
Google Keywords
Google Reverse Image
Result- False
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After completing his post-graduation, Yash worked with some of the most renowned newspapers such as like Lokmat, Dainik Bhaskar & Navbharat for the past 6 years. To make sure that no incorrect news reaches people and to maintain peace and harmony in society, he chose to become a fact-checker.