Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि जर्मनी में एक अनोखा प्रदर्शन आयोजित हुआ जिसमें पुलिसकर्मियों के ऊपर दूध छिड़क कर विरोध जताया गया.
https://twitter.com/lKanwarGrewal/status/1352481947579076612
केंद्र सरकार द्वारा तीन नए कृषि कानून बनाये जाने के बाद से ही सरकार और प्रदर्शनरत किसानों के बीच गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. अगर इस किसान आंदोलन के बारे में जनता की राय की बात करें तो आम जनमानस का एक तबका नए कृषि कानूनों के विरोध में है तो वहीं एक तबका नए कृषि कानूनों के समर्थन में है. अगर किसान आंदोलन और नए कृषि कानूनों को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के राय की बात करें तो यहां भी मिला जुला प्रभाव देखने को मिल रहा है. सोशल मीडिया यूजर्स का एक तबका प्रदर्शनरत किसानों के समर्थन में है तो वहीं दूसरा तबका नए कृषि कानूनों के समर्थन में है.
सोशल मीडिया यूजर्स की यह गुटबाजी उनके द्वारा शेयर किये जा रहे कंटेंट में भी देखी जा सकती है. प्रदर्शनरत किसानों और नए कृषि कानूनों के समर्थन और विरोध में तमाम दावे किये जा रहे हैं. इनमें से कुछ दावे सही होते हैं तो वहीं तमाम दावे भ्रामक या गलत भी होते हैं. एक ऐसा ही दावा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि जर्मनी में किसानों द्वारा एक अनोखा और थोड़ा मजाकिया विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया. बात अगर वायरल दावे के साथ शेयर की जा रही तस्वीर की करें तो इसमें एक प्रदर्शनकारी गाय के दूध को पुलिसकर्मियों के ऊपर छिड़ककर अपना प्रदर्शन दर्ज करा रहा है.
Fact Check/Verification
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले दावे के साथ शेयर की जा रही तस्वीर को गूगल पर ढूंढा। जहां हमें यह जानकारी मिली कि यह तस्वीर पिछले कई वर्षों से सोशल मीडिया पर मौजूद है.
गूगल सर्च के परिणामों में हमें ‘The New York Times’ द्वारा 5 अक्टूबर 2009 को प्रकाशित एक लेख प्राप्त हुआ जिसमें वायरल तस्वीर भी मौजूद है. उक्त लेख में ‘The New York Times’ ने यह जानकारी दी है कि ब्रुसेल्स में सस्ते दामों से नाराज होकर डेयरी किसानों ने एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था, जहां एक प्रदर्शनकारी ने पुलिसकर्मियों के ऊपर दूध छिड़क कर अपना प्रदर्शन दर्ज कराया था.
इसके बाद हमें वायरल तस्वीर SFGATE तथा ‘willinghamexpatadventures.blogspot.com‘ द्वारा प्रकाशित लेखों में भी प्राप्त हुई जहां ‘The New York Times’ में प्रकाशित लेख से मिलती जुलती जानकारी दी गई है.
इसके बाद हमें यही तस्वीर Getty Images पर भी प्राप्त हुई जहां यह जानकारी दी गई है कि यूरोपियन हेडक़वाटर्स के सामने 5 अक्टूबर 2009 को आयोजित एक प्रदर्शन के दौरान एक डेयरी किसान ने पुलिसकर्मियों पर दूध छिड़ककर अपना विरोध दर्ज कराया था.
इस तरह हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो गई कि वायरल तस्वीर 2009 में जर्मनी के ब्रुसेल्स में आयोजित एक प्रदर्शन की है जिसे हाल फिलहाल की बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
Result: Misleading
Sources:
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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.