Authors
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
Claim
GST और नोटबंदी ने देश की जनता को रुलाया, पर फिर भी मोदी के जुमलों देश की अर्थव्यवस्था को डुबाया। क्या यही अच्छे दिन हैं मोदी जी। जनता को भूखा मारने का प्लान है क्या? ट्विटर पर राजीव राय नामक वेरिफाइड हैंडल द्वारा एक वीडियो क्लिप अटैच करते हुए यह क्लेम किया जा रहा है।
Verification
समाजवादी पार्टी के नेता राजीव राय ने अपने वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से मोदी की एक वीडियो क्लिप अटैच करते हुए दावा किया है कि ‘ GST और नोटबंदी ने देश की जनता को रुलाया, पर फिर भी मोदी के जुमलों ने देश की अर्थव्यवस्था को डुबाया। क्या यही अच्छे दिन हैं मोदी जी? जनता को भूखा मारने का प्लान है क्या। वीडियो में दिखाया गया है कि पीएम मोदी जापान में एक सभा को सम्बोधित कर रहे हैं। इस दौरान अचानक वे देश में हुई नोटबंदी की चर्चा आरम्भ कर देते हैं वह भी मुस्कुराते हुए।
इस क्लिप में मोदी हंसते हुए कह रहे हैं कि ‘आपको भी पता है कि आज 8 तारीख को रात 12 बजे से 500 और हज़ार के नोट लीगल टेंडर नहीं रहेंगे। घर में शादी है लेकिन पैसे नहीं हैं।’ उनके इतना कहते ही नीचे बैठे लोग तालियां बजाते हैं और एक शोर सा उठता है।
GST और नोटबंदी ने देश की जनता को रुलाया, पर फिर भी मोदी के जुमलों देश की अर्थव्यवस्था को डुबाया।
क्या यही अच्छे दिन है मोदी जी
जनता को भूखा मारने का प्लान है क्या….? pic.twitter.com/i5QihyxpAx— Rajeev Rai (@RajeevRai) September 3, 2019
पड़ताल के दौरान वायरल हुआ वीडियो एक अन्य यूट्यूब चैनल पर भी हूबहू प्राप्त हो गया। यह वीडियो Mannira web पर साल 2018 में अपलोड किया गया है।
वीडियो की पड़ताल के लिए जब बारीकी से क्लिप को सुना तो ऐसा लगा कि इसमें चल रहे ऑडियो से छेड़छाड़ हुई है। क्लिप की सत्यता प्रमाणित करने के लिए की गई पड़ताल में कई ख़बरों के लिंक खुलकर सामने आये। खबरों के मुताबिक़ यह वीडियो जापान का ही है जब पीएम वहां एक सभा को सम्बोधित कर रहे थे।
वीडियो की सत्यता जानने के लिए कुछ कीवर्ड्स का इस्तेमाल करते हुए गूगल खंगालना आरम्भ किया। इस दौरान यह जानना जरूरी था कि पीएम मोदी इन दिनों जापान कब गए थे। खोज के दौरान कई परिणाम सामने आए जिनसे पता चला कि अक्टूबर, साल 2018 में पीएम मोदी 13वें भारत-जापान शिखर सम्मलेन में हिस्सा लेने जापान पहुंचे थे। इस दौरान उनकी कई वीडियोज प्राप्त हुईं जिन्हे बारीकी से खंगालने के बाद भी वायरल वीडियो के असली स्रोत का पता नहीं चल पाया।
हमारी पड़ताल के दौरान साल 2018 में जापान पहुंचे मोदी का वह वीडियो भी प्राप्त हो गया जब वे भारतीय समुदाय को टोक्यो में सम्बोधित कर रहे थे। यह वीडियो भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक यूट्यूब अकॉउंट पर उपलब्ध है। हालांकि पूरा वीडियो देखने के बाद भी हम वायरल वीडियो तक नहीं पहुँच पाए।
हमारी पड़ताल के दौरान पता चला कि पीएम मोदी इसी साल जून महीने में जी-20 समिट में हिस्सा लेने जापान पहुंचे थे। जापान के ओसाका में उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों को सम्बोधित किया था। लेकिन राज्यसभा टीवी पर अपलोड की गई वीडियो को पूरा देखने के बाद भी वायरल क्लिप कहीं भी नज़र नहीं आई।
बारीकी से खोजने पर हमें वायरल हो रही वीडियो क्लिप का असली वीडियो मिल गया। यह वीडियो करीब 3 साल पुराना, साल 2016 का है। इसे भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट पर अपलोड किया गया है। इस वीडियो में मोदी नोटबंदी पर बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं। लेकिन आगे उन्होंने देशवासियों के हौसलों की भी तारीफ की है। उन्होंने कहा कि देश के हित में लोग तकलीफ सहन करते हुए भी आगे बढ़ रहे हैं। मोदी ने वीडियो में आगे कहा है कि जिस तरह से साल 2011 में जापान के लोगों ने एकता दिखाई थी ठीक उसी तरह से भारत के लोग भी देश के हित में तकलीफ उठाकर भी आगे बढ़ रहे हैं। पूरे मामले को 17:48 मिनट से देखा जा सकता है।
ABP News द्वारा 12 नवम्बर साल 2016 को यह वीडियो अपलोड किया गया है। इस वीडियो में भी वायरल हुई क्लिप को 7:50 मिनट से देखा जा सकता है।
हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि सपा नेता राजीव राय ने 3 साल पुरानी एडिटेड वीडियो क्लिप को शेयर किया है। पूरा वीडियो देखने पर पता चलता है कि पीएम मोदी ने नोटबंदी के अलावा अन्य कई मुद्दों पर बात की और मुसीबत के समय देशवासियों के हौसलों की भी सराहना की है।
Tools Used
- InVid
- Google Reverse Image Search
- YouTube Search
Result- Misleading
Authors
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.