Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
अमेरिका में बन्दूक की एक दुकान को लूट लिया।
जानिए वायरल दावा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर हो रहा है जहां कुछ नकाबपोश युवकों को एक दुकान में तोड़-फोड़ तथा लूटपाट करते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि अमेरिका में हथियारों की एक दुकान को लूट लिया गया है।
ट्वीट के आर्काइव लिंक को यहाँ देख सकते हैं।
Verification
हाल ही में अमेरिका के जॉर्ज फ़्लॉयड नाम के एक अश्वेत नागरिक की मौत के बाद अमेरिका में अश्वेत नागरिकों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रदर्शनों को लेकर सोशल मीडिया पर कई खबरें भी वायरल हो रही हैं। इस बीच ट्विटर पर हथियारों की एक दुकान में कुछ नक़ाबपोश लोगों द्वारा की जा रही लूटपाट के एक वीडियो को अमेरिका में हो रहे विरोध प्रदर्शन से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। उपरोक्त वायरल वीडियो की सत्यता जानने के लिए हमने Google पर वीडियो को कुछ स्क्रीनशॉट के माध्यम से खोजने का प्रयास किया। जहां हमें इंटरनेट पर कई परिणाम प्राप्त हुए।
इसके साथ ही हमें nypost.com वेबसाइट पर वायरल वीडियो मिला। जहां वीडियो को 3 मार्च साल 2016 को अपलोड किया गया था। वेबसाइट पर अपलोड हुए वीडियो के साथ दी गयी जानकारी के अनुसार यह घटना टैक्ससेस शहर के हॉस्टन इलाके से है जहां 10 अज्ञात युवकों ने साल 2016 में हथियारों की एक दुकान में लूटपाट की थी।
उपरोक्त वेबसाइट पर प्राप्त जानकारी की पुष्टि के लिए हमने वीडियो को Google पर और बारीकी से खोजना चाहा। पड़ताल के दौरान हमें daily.co.uk वेबसाइट पर 3 मार्च साल 2016 को प्रकाशित एक लेख में वायरल वीडियो मिला। लेख के मुताबिक वायरल वीडियो साल 2016 का है जहां यूएस के टेक्सास शहर के हॉस्टन इलाके में 10 संदिग्ध चोरों ने हथियारों की एक दुकान से 50 हथियारों को लूट लिया था।
इसके अलावा cbsnews नामक वेबसाइट पर भी हमें वायरल वीडियो 2 मार्च साल 2016 को अपलोड हुई एक खबर में मिला।
पड़ताल के दौरान कई टूल्स और कीवर्ड्स का उपयोग करते हुए हमने वायरल हो रहे दावे का बारीकी से अध्ययन किया इस दौरान प्राप्त खबरों को पढ़ने पर हमने पाया कि वायरल हो रहा वीडियो हाल के दिनों का नहीं बल्कि साल 2016 का है। वायरल वीडियो का अमेरिका में हो रहे अश्वेत नागरिकों के विरोध प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं है।
Tools Used
InVid Tool
Google Search
Reverse Image Search
Result – Misleading
(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.