सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय की एक तस्वीर वायरल है। दावा किया गया है कि वे पश्चिम बंगाल यूनिट के बीजेपी नेता और कोविड पॉजिटिव दिलीप घोष से मिलने अस्पताल पहुंचे। दावे में कहा गया है कि कोरोना संक्रमित मरीजों से मिलने का कलेजा सिर्फ बीजेपी नेताओं में ही है।
एक तरफ जहाँ बिहार बिधानसभा चुनाव की सरगर्मियां अपने चरम पर हैं तो दूसरी तरफ आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियां अपना वोट बैंक साधने में लगी हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता द्वारा कोरोना से पीड़ित पश्चिम बंगाल के बीजेपी यूनिट अध्यक्ष से अस्पताल में मिलने की एक तस्वीर वायरल हो गई। दावा किया गया कि कैलाश विजयवर्गीय कोरोना मरीज से मिलने अस्पताल पहुँच गए। इस दावे को कई यूजर्स अलग-अलग तरीके से शेयर कर रहे हैं।
Fact Check/Verification
सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय को लेकर किए जा रहे दावे की पड़ताल आरम्भ की। तस्वीर को देखने पर पता चलता है कि अस्पताल के कमरे में मौजूद किसी भी व्यक्ति के चेहरे पर मास्क नहीं लगा हुआ है। इससे इस तस्वीर के पुराना होने का अंदेशा हुआ। बताते चलें कि कोरोना महामारी के इस दौर में हर किसी को फेस मास्क पहनने की अनिवार्यता है। सबसे पहले तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज की मदद से खोजना शुरू किय। इस दौरान कुछ सोशल मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। लेकिन हर जगह तस्वीर के साथ वायरल दावा देखने को मिला।

वायरल दावे का सच जानने के लिए क्लेम से मिलते जुलते कुछ कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान बांग्ला न्यूज़ लाइव नामक वेबसाइट पर प्रकाशित एक खबर मिली जो बांग्ला भाषा में थी। ट्रांसलेट करने पर पता चला कि इस वेबसाइट ने भी वायरल दावे के साथ तस्वीर को प्रकाशित किया है।

पड़ताल के दौरान कुछ कीवर्ड्स का प्रयोग करने पर kolkata24x7.com नामक वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख मिला। इस लेख को साल 2018 में प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट में वायरल तस्वीर को देखा जा सकता है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 में दिलीप घोष की सर्जरी की गई थी। इसी दौरान कैलाश विजय वर्गीय उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे थे। खोज के दौरान DNA द्वारा प्राकशित किया गया एक लेख मिला। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 में बीजेपी नेता दिलीप घोष को एक सर्जरी के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था।

बीजेपी नेता दिलीप घोष कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसको लेकर देश के तमाम मीडिया संस्थानों ने रिपोर्ट प्रकाशित की है। लेकिन सरकारी निर्देशों के तहत किसी भी कोरोना मरीज से इस तरह मिलने की इजाजत नहीं है।

Conclusion
हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि बीजेपी नेता की वायरल तस्वीर करीब 3 साल पुरानी है। इस तस्वीर को कोरोना से जोड़कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
Result- Misleading
Sources
DNA-https://www.dnaindia.com/india/report-west-bengal-bjp-chief-dilip-ghosh-hospitalised-2577787
kolkata24x7.com-https://english.kolkata24x7.com/dilip-ghosh-likely-released-hospital.html/
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