Authors
Believing in the notion of 'live and let live’, Preeti feels it's important to counter and check misinformation and prevent people from falling for propaganda, hoaxes, and fake information. She holds a Master’s degree in Mass Communication from Guru Jambeshawar University and has been a journalist & producer for 10 years.
मंगलवार को लखनऊ में विधानसभा के सामने बीजेपी कार्यालय के गेट नं. 2 के पास एक महिला द्वारा आत्मदाह की कोशिश के बाद सोशल मीडिया पर एक बार फिर लव जिहाद की चर्चा होने लगी। दावा किया गया कि महिला को प्रताड़ित कर उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराए जाने के कारण ही उसने आत्मदाह की कोशिश की।
बुधवार यानि आज सुबह यूपी पुलिस ने महिला को आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार किया है। वहीं जाने माने पत्रकार दीपक चौरसिया ने मामले में जानकारी देते हुए लोगों को भ्रमित करने वाला एक ट्वीट किया: यूपी के विधानभवन के सामने एक महिला को आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोप में पुलिस ने आसिफ को हिरासत में लिया है।युवक कांग्रेस नेता का पुत्र बताया जा रहा है।
दीपक चौरसिया के इस ट्वीट को ये लेख लिखे जाने तक 3000 से ज़्यादा लोगों रीट्वीट कर चुके हैं जबकि लगभग 10 हज़ार से ज्यादा लोगों ने इस ट्वीट को लाइक किया है।
लेकिन पत्रकार दीपक चौरसिया के ट्वीट में ऐसा क्या है जो भ्रमित करता है?
Fact Check/Verification
चौरसिया द्वारा किए गए इस ट्वीट में जो नाम लिखा गया है वो ग़लत है। यूपी पुलिस द्वारा आत्मदाह की कोशिश के मामले में जिस शख़्स को गिरफ्तार किया गया है उसका नाम आलोक प्रसाद है। आलोक पूर्व राज्यपाल सुखदेव प्रसाद के बेटे तथा यूपी दलित कांग्रेस के अध्यक्ष हैं।
एक वरिष्ठ पत्रकार और नेशनल चैनल में कार्यरत दीपक चौरसिया के पास गिरफ़्तारी की सही जानकारी न पहुँची हो ये मानना थोड़ा कठिन है।
क्यों हुई आलोक प्रसाद की गिरफ़्तारी?
आज तक की वेबसाइट पर छपे लेख के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित विधानसभा के सामने महिला द्वारा आत्मदाह की कोशिश मामले में पुलिस ने कांग्रेस के पूर्व नेता को हिरासत में लिया है।
आपको बता दें कि आलोक प्रसाद कांग्रेस के पूर्व नेता नहीं हैं बल्कि वो अब भी कांग्रेस के ही नेता हैं और यूपी में दलित कांग्रेस अध्यक्ष हैं। पुलिस ने उन्हें महिला को आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक़ जिस वक़्त महिला ने आत्मदाह की कोशिश की, आलोक उस जगह के पास ही मौजूद थे। कांग्रेस कार्यकर्ता आलोक की गिरफ़्तारी का विरोध करते हुए इसे यूपी सरकार की साज़िश करार दे रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
35 वर्षीय इस महिला की कुछ साल पहले महराजगंज के रहने वाले अखिलेश तिवारी से शादी हुई थी हालांकि बाद में उनका तलाक हो गया। इसके बाद महिला ने धर्म परिवर्तन कर आसिफ नाम के युवक से शादी कर ली। शादी के बाद आसिफ सऊदी अरब चला गया। आरोप है कि आसिफ के परिजन लगातार महिला को प्रताड़ित कर रहे थे। प्रताड़ना से परेशान होकर महिला ने विधानसभा के सामने ज्वलनशील पदार्थ डालकर खुद को आग लगा ली। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था।
Conclusion
यूपी विधानसभा के सामने आत्मदाह के मामले में गिरफ्तार किए गए शख़्स का नाम आसिफ़ नहीं आलोक प्रसाद है। आलोक, पूर्व राज्यपाल सुखदेव प्रसाद के बेटे अथवा यूपी दलित कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। पत्रकार दीपक चौरसिया द्वारा ये लेख लिखे जाने तक अपना ट्वीट न तो डिलीट किया गया है न ही इसमें सुधार किया गया है।
Result: Misleading
Our Sources
Lokmat: https://english.lokmat.com/politics/cong-leader-detained-for-provoking-woman-to-immolate-herself/
Dainik Jagran: https://www.jagran.com/uttar-pradesh/gorakhpur-city-political-stirred-up-in-lucknow-about-a-woman-who-attempted-suicide-20876157.html
Twitter: https://twitter.com/Alokprasad_INC
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई–मेल करें: checkthis@newschecker.in
Authors
Believing in the notion of 'live and let live’, Preeti feels it's important to counter and check misinformation and prevent people from falling for propaganda, hoaxes, and fake information. She holds a Master’s degree in Mass Communication from Guru Jambeshawar University and has been a journalist & producer for 10 years.