Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
WhatsApp पर एक महिला की तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वायरल तस्वीर में दिख रहीं महिला प्रधानमंत्री मोदी की भाभी हैं। जिनका अमहदाबाद के सिविल अस्पताल में कल बीमारी के चलते निधन हो गया।
Fact check / Verification
WhatsApp पर वायरल हो रही प्रधानमंत्री मोदी की भाभी भगवतीबेन मोदी के निधन की खबर का सच जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले WhatsApp पोस्ट में वायरल हो रही महिला की तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया।
खोज के दौरान हमें liveuttarpradesh नामक वेबसाइट पर 02 मई साल 2019 को छपा एक लेख मिला। जहां वायरल पोस्ट में शेयर हो रही महिला की तस्वीर मिली। लेख के मुताबिक तस्वीर में दिख महिला प्रधानमंत्री मोदी के भाई प्रहलाद मोदी की दिवंगत पत्नी हैं,जिनकी मृत्यु मई साल 2019 में बीमारी के चलते हो गयी थी।
अधिक जानकारी के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खंगाला। इस दौरान हमें Patrika.com की वेबसाइट पर प्रधानमंत्री मोदी की भाभी भगवती बेन मोदी के निधन की खबर मिली। लेख के मुताबिक भगवती बेन मोदी को बेचैनी के चलते अहमदाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां अस्पताल में पहुंचने के कुछ देर बाद उनकी हार्ट अटैक से मृत्यु हो गयी।
पड़ताल के दौरान हमें उक्त मामले की जानकारी अमर उजाला की वेबसाइट पर 1 मई साल 2020 को छपे लेख से भी मिली। जहां यह बताया गया है कि प्रधानमंत्री मोदी की भाभी भगवतीबेन मोदी की 55 वर्ष की आयु में बीमारी के चलते मृत्यु हो गयी।
इसके साथ ही खोज में हमें ABP news के गुजरती यूट्यूब चैनल पर भी मामले से संबंधित एक वीडियो मिला। जिसे 01 मई साल 2020 को चैनल पर अपलोड किया था। यहाँ भी भगवती बेन मोदी के निधन की जानकारी दी गयी है।
Conclusion
वायरल दावे की पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि प्रधानमंत्री मोदी की भाभी भगवती बेन मोदी का निधन बीमारी के चलते मई साल 2019 में ही हो गया था, हाल के दिनों से इस खबर का कोई संबंध नहीं है।
Result – Misleading
Our sources
https://www.youtube.com/watch?v=M9OIK8GR5lU
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.