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फिल्म निर्माता सुधीर मिश्रा पर पुलिस ने नहीं बरसाई लाठियां, सोशल मीडिया में वीडियो क्लिप वायरल

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Claim-

लॉकडाउन के नियमों का पालन न करने के कारण फिल्म निर्माता सुधीर मिश्रा पर पुलिस ने बरसाई लाठियाँ।    

जानिए क्या है वायरल दावा-

भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को रोकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया है। इस दौरान देश के कोने-कोने से बंदी के नियमों का पालन ना करने वाले लोगों के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किये जा रहे है। प्रसाशन द्वारा ऐसे लोगों को पर सख़्ती से कार्रवाई करने की हिदायत पुलिस को दी गयी है। जिसके चलते सोशल मीडिया पर कई वीडियो ऐसे भी शेयर किये गए है, जहां पुलिस द्वारा लोगों पर लाठियाँ बरसाई जा रही हैं। इसी बीच एक व्यक्ति पर पुलिस द्वारा लाठियाँ भांजने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पुलिस की लाठियाँ खाने वाले  व्यक्ति बॉलीवुड के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता सुधीर मिश्रा हैं।

Verification- 

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान करने के बाद से सोशल मीडिया पर देश के कई इलाकों से नियमों का पालन न करने वाले लोगों के वीडियो शेयर हो रहे हैं।  Economics Times की वेबसाइट पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों पर सिर्फ उत्तर प्रदेश से कुल 2800 FIR दर्ज की गयी हैं, इसके साथ ही 1.44 करोड़ रूपये जुमार्ना भी वसूला गया है।  इस दिनों पुलिस द्वारा की जा रही कड़ी कार्रवाई के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किये जा रहे हैं। इसी बीच ट्विटर पर पुलिस द्वारा एक व्यक्ति पर की जा रही कार्रवाई का वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वीडियो वाले व्यक्ति बॉलीवुड के फिल्म निर्माता सुधीर मिश्रा हैं।  जिन पर लॉकडाउन के नियमों का पालन न करने कारण पुलिस द्वारा लाठियाँ बरसाई जा रही हैं। इस वीडियो को ट्विटर पर कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया गया है।   

वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। सबसे पहले हमने वीडियो को कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से गूगल पर खोजा।  इस दौरान हमें सुधीर मिश्रा द्वारा किया गया एक ट्वीट प्राप्त हुआ। जहां ट्वीट में सुधीर मिश्रा ने एक यूज़र को जवाब देते हुए बताया कि वायरल वीडियो में पुलिस की लाठियाँ खाने वाले मोटे और गोरे  दिखने वाले व्यक्ति वह स्वयं नहीं हैं ।  

इसी के साथ हमें सुधीर मिश्रा द्वारा किया गया एक दूसरा ट्वीट प्राप्त हुआ जहां उन्होंने हिंदी में लिखकर पूछा है कि क्या मैं ऐसे किसी से भी मार खा सकता हूँ? और हर गोरे रंग और लम्बे बालों वाला व्यक्ति सुधीर मिश्रा होगा क्या?

इसके बाद हमें ट्विटर पर  उनके द्वारा किया गया एक और ट्वीट प्राप्त हुआ जहां उन्होंने अपनी और वायरल वीडियो वाले व्यक्ति की तुलना करते हुए बताया कि “वायरल वीडियो वाला व्यक्ति मोटा है और वह पतले हैं साथ ही वीडियो वाला व्यक्ति गोरा है और वह भूरे(brown) रंग के हैं इसके बाद यह भी बताया कि वीडियो वाले व्यक्ति के सिर पर पीछे वाले बाल पूरे हैं तो वहीं उनके सिर के पीछे वाले बाल झड़ चुके हैं

सुधीर मिश्रा द्वारा किये गए इन ट्वीट्स की कतार में हमें एक और ट्वीट प्राप्त हुआ। ट्वीट में उन्होंने एक यूजर को जवाब देते हुए बताया कि वायरल वीडियो वाले व्यक्ति का नाम मनमोहन गिल है।

पड़ताल के अगले चरण में हमें mid-day.com नामक वेबसाइट पर प्रकाशित लेख प्राप्त हुआ। जहां वायरल वीडियो वाले व्यक्ति के पहचान की पुष्टि करते हुए बताया गया है कि वह मनमोहन गिल है।

 

पड़ताल में आगे हमें Hindustan Times की वेबसाइट  पर प्रकाशित एक लेख प्राप्त हुआ। जहां सुधीर मिश्रा के द्वारा वायरल क्लिप पर किये गए ट्वीट के आधार पर वायरल वीडियो को गलत ठहराया गया है।

पड़ताल के दौरान कई टूल्स और कीवर्ड्स का उपयोग करते हुए तथ्यों का बारीकी से अध्ययन करने पर पता चला कि पुलिस जिस व्यक्ति पर डंडा बरसा रही है वह सुधीर मिश्रा नहीं हैं।  

Tools Used 

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Result- False

(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044  या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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