सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि फ्रांस सरकार ने बकरीद को लेकर एक बयान दिया है। बयान के मुताबिक यह कोई त्यौहार नहीं बल्कि सिर काटने की ट्रेनिंग देने का तरीका है.
फ्रांस में बीते दिनों ‘Conflans-Sainte-Honorine’ नामक स्कूल में इतिहास के एक शिक्षक ‘Samuel Paty’ की पैगम्बर मुहम्मद के तथाकथित विवादित कार्टून्स दिखाने की वजह से गला काटकर हत्या कर दी गई थी. इस बर्बर घटना के पीछे इस्लामिक कट्टरता को कारण बताते हुए पुलिस ने अब्दुल्लाख अंज़ोरोव नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. इस घटना के बाद से ही फ्रांस एवं अन्य इस्लामिक देशों में माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था. जहां कई इस्लामिक देशों ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पर यह आरोप लगाया था कि उनके द्वारा उठाये गए कदमों से मुस्लिमों के प्रति नफरत बढ़ रही है तो वहीं इस्लामिक कट्टरता पर अपने सख्त रुख के बाद मैक्रों भारत में दक्षिणपंथी विचारधारा के समर्थकों के लिए पोस्टर ब्वॉय बन गए. इसी क्रम में दक्षिणपंथी विचारधारा के समर्थक कई ट्विटर यूजर्स ने यह दावा किया कि फ्रांस की मौजूदा सरकार ने बकरीद को कोई त्यौहार ना बताते हुए इसे गला काटने की ट्रेनिंग का नाम दिया है.
वायरल हुए कई अन्य दावे यहां देखे जा सकते हैं.
Fact Check/Verification
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले दावे से संबंधित कुछ कीवर्ड्स के इस्तेमाल से गूगल सर्च किया। लेकिन इस प्रक्रिया में हमें कोई ऐसी जानकारी प्राप्त नहीं हुई जिससे यह पता चलता हो कि फ्रांस की तत्कालीन सरकार ने बकरीद को लेकर ऐसा कोई बयान दिया है।
इसके बाद हमने अन्य कीवर्ड्स के साथ भी गूगल सर्च किया जहां हमें इस बात के कई सबूत बतौर वीडियो प्राप्त हुए जहां देखा जा सकता है कि फ्रांस में ईद उल-अज़हा यानि बकरीद काफी धूमधाम से मनाई जाती है.
गूगल सर्च से प्राप्त परिणामों में एक वीडियो हाल फिलहाल का है तो वहीं दूसरा वीडियो साल 2016 का है। लेकिन दोनों ही वीडियोज को देखने पर यह बात तो साफ़ हो जाती है कि फ्रांस में मुस्लिम त्यौहारों को लेकर किसी तरह की कोई रोक-टोक नहीं है.
इसके बाद हमें ‘Morocco World News’ में प्रकाशित एक लेख भी मिला जिसमे यह जानकारी दी गई है कि फ्रांस में कोरोनावायरस महामारी के बावजूद भी वहां की सरकार ने मुस्लिमों को ईद उल-अज़हा यानि बकरीद मनाने की इजाजत दी थी.
इसके बाद हमें ‘RUPTLY’ नामक एक वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख भी प्राप्त हुआ जहां फ्रांस में Mauritian Muslim Association के अध्यक्ष के हवाले से यह खबर दी गई है कि देश में महामारी के बावजूद ईद उल-अज़हा मनाने की इजाजत दी गई थी.
इसके इतर हमें कई ऐसे सबूत मिले जिनसे यह बात साफ़ हो जाती है कि फ्रांस में ईद उल-अज़हा को काफी धूमधाम से मनाया जाता है.
इस तरह हमारी पड़ताल में यह बात साफ़ हो जाती है कि फ्रांस की मौजूदा सरकार ने बकरीद को सिर काटने की ट्रेनिंग वाला त्यौहार नहीं बताया है.
Result: False
Sources:
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