Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
कई मीडिया एजेंसियों द्वारा दावा किया जा रहा है कि 1 जनवरी (January) साल 2021 से UPI के माध्यम से किया जाने वाला लेन-देन महंगा हो जायेगा। दावा है कि भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NCPI) द्वारा यह निर्णय लिया गया है।
खबर का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
Fact check / Verification
5 नवंबर 2020 को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NCPI) द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गयी थी इसी विज्ञप्ति का हवाला देते हुए कई समाचार एजेंसियों द्वारा खबर प्रकाशित की गयी की NCPI ने 1 जनवरी से UPI के माध्यम से होने वाले लेन-देन को महंगा करने का निर्णय लिया है। इसी दावे की सत्यता जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की।
पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले वायरल दावे को Google पर कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें सबसे पहले वायरल दावा Prabhat Khabar नामक वेबसाइट पर प्राप्त हुई।
खबर की आर्काइव लिंक यहाँ देखे।
यहां भी जानकारी दी गयी है कि 1 जनवरी से UPI के माध्यम से होने वाले लेन-देन महंगा करने का निर्णय NCPI ने लिया है।
NCPI की वेबसाइट पर मिली विज्ञप्ति में कहीं भी उपभोक्ता के लेन-देन पर अधिक शुल्क लगाने की कोई बात नहीं कही गई बल्कि थर्ड पार्टी ऐप्स जैसे google pe, phone pe और Myfastag जैसी तमाम ऐप्स पर 30 फीसदी अधिक शुल्क लगाने की जानकारी दी गयी है।
थर्ड पार्टी Apps की सूची को दिए गए लिंक में देखा जा सकता है।
इसके बाद खोज में हमें ट्विटर पर NPCI के वेरिफाइड हैंडल द्वारा किया गया एक ट्वीट मिला। NPCI ने ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी है कि एक जनवरी से UPI से लेन-देन के महंगा होने वाला दावा फर्जी है।
9 दिसंबर को PIB द्वारा किए गए एक ट्वीट ने भी इस वायरल दावे को पूरी तरह फर्जी बताया है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान हमें मिले तथ्यों के आधार पर हम कह सकते हैं कि 1 जनवरी से UPI द्वारा लेन-देन महंगा नहीं होने जा रहा है। NCPI ने UPI ट्रांजेक्शन पर कोई अधिक शुल्क लगाने का निर्णय नहीं लिया है।
Result: Fabricated
Our Sources
NCPI: https://twitter.com/NPCI_NPCI/status/1336317674582728706
PIB: https://twitter.com/PIBFactCheck/status/1336538008149868546
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.