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Fact Check
सोशल मीडिया पर 3 तस्वीरों को शेयर करते हुए दावा किया गया कि बांग्लादेश में कुरान पर गलती से पैर लगने के बाद उग्र भीड़ ने एक शख्स को जिंदा जला डाला.
फ्रांस में मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा एक शिक्षक की हत्या और हिंसा के अन्य वारदातों को अंजाम देने के बाद सोशल मीडिया पर मुस्लिम समुदाय, क़ुरान तथा इस्लाम से संबंधित भ्रामक दावों में बहुत तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है. इनसे सम्बंधित कई फेक दावों का फैक्ट चेक पहले भी किया जा चुका है. इसी क्रम में सोशल मीडिया पर आग की भयावह लपटों से घिरे एक व्यक्ति की 3 तस्वीरें शेयर कर यह दावा किया गया कि बांग्लादेश में सुल्तान अब्बास नामक युवक नमाज अदा करने के लिए मस्जिद गया था. तभी स्थानीय लोगों ने सुल्तान पर कुरान के अपमान का आरोप लगाया और फिर उसे मारा पीटा गया और अंततः जिन्दा जलाकर उसकी हत्या कर दी गई. हमारे कई पाठकों ने हमसे वायरल दावे के फैक्ट-चेक का अनुरोध किया जिसके बाद हमने वायरल दावे की पड़ताल शुरू की।
अपनी पड़ताल के पहले चरण में हमने यह पता करने का प्रयास किया कि क्या सच में बांग्लादेश में कुरान का अपमान करने के बाद सुल्तान अब्बास नामक युवक की जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई. इसी क्रम में हमने तमाम कीवर्ड्स के साथ गूगल सर्च किया जहां हमें यह जानकारी मिली कि इस तरह की एक घटना हाल फिलहाल में बांग्लादेश के लालमोनिरहाट-बुरीमारी हाईवे के पास घटित हुई थी जहां कथित तौर पर ईशनिंदा के बाद एक युवक के साथ पहले मारपीट की गई फिर उसे जिंदा जला दिया गया. हालांकि हमें जो मीडिया रिपोर्ट्स प्राप्त हुई उसमें घटना के जो विवरण प्रस्तुत किये गए हैं उनसे किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता है.
https://www.thedailystar.net/country/news/mob-beats-man-death-hurting-religious-sentiment-1986573
इसके बाद हमने वायरल दावे के साथ संलग्न तस्वीरों की पड़ताल शुरू की. इसके लिए हमने सबसे वायरल तस्वीर को गूगल पर ढूंढा. गौरतलब है कि ट्वीट के साथ प्रयुक्त दो तस्वीरों के बारे में हमें कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई तो वहीं एक तस्वीर के बारे में हमें यह जानकारी मिली कि यह तस्वीर सन 2008 से ही इंटरनेट पर मौजूद है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह तस्वीर साल 2008 में दक्षिण अफ्रीका में हुई जातीय हिंसा के दौरान ली गई थी.
https://www.aljazeera.com/news/2008/5/19/foreigners-attacked-in-south-africa
आयरलैंड के प्रतिष्ठित अखबार ‘Independent.ie’ के अनुसार साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में एक विदेशी युवक को जातीय हिंसा में जलाकर मार दिया गया.
गौरतलब है कि इस तस्वीर को विभिन्न प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने विभिन्न आशयों में प्रयोग किया है तथा अधिकतर मीडिया संस्थानों ने तस्वीर का असल आशय जाने बगैर तस्वीर का इस्तेमाल कर भ्रम फैलाया है. इस तस्वीर को लेकर प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट्स यहां देखी जा सकती हैं.
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ़ हो जाती है कि बांग्लादेश में कुरान की निंदा के बाद युवक को जिंदा जलाये जाने की खबर सही है। लेकिन इस घटना को पेश करने के लिए प्रयुक्त तस्वीरें घटना से संबंधित नहीं हैं तथा इन तस्वीरों को गलत आशय में प्रयोग कर भ्रम फैलाया जा रहा है.
Result: Misleading
Sources
Al Jazeera: https://www.aljazeera.com/news/2008/5/19/foreigners-attacked-in-south-africa
Independent.ie: https://www.independent.ie/world-news/africa/echoes-of-apartheid-as-man-burnt-alive-in-race-rampage-26449653.html
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