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सोशल मीडिया पर लकवा बीमारी से संबंधित एक पोस्ट वायरल है। दावा किया जा रहा कि लकवा होने पर मरीज़ को तुरंत एक चम्मच शहद में दो लहसुन मिलाकर खिलाने से इस बीमारी से छुटकारा मिल जाता है।
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्डस की मदद से सर्च किया। हमें अमर उजाला द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें लकवे की बीमारी ठीक करने के लिए घरेलू उपचार के रूप में लहसुन और शहद का सेवन करने के बारे में बताया गया है। बतौर रिपोर्ट, ‘लकवा से पीड़ित व्यक्ति को पांच लहसुन की कलियां पीसकर इसमें दो चम्मच शहद मिलाकर दें। करीब डेढ़ से दो महीने के अंदर ही आपको मरीज में सुधार नजर आएगा।’ रिपोर्ट में कहीं भी नहीं लिखा है कि इससे बीमारी से तुरंत छुटकारा मिल जाएगा।
दावे की पड़ताल के लिए Newschecker ने बीएचयू के आयुर्वेद विभाग के डॉ जेपी सिंह से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल दावा भ्रामक है। उन्होंने कहा, “लकवा होने की स्थिति में मरीज़ को तुरंत इमरजेंसी सेवा की मदद लेनी चाहिए। अटैक आने पर मरीज का तुरंत बीपी चेक किया जाना चाहिए और स्टोक के असर को कम करने का उपाय करना चाहिए, जिसके लिए डॉक्टर का परामर्श बहुत जरूरी है। आयुर्वेद में भी कई औषधियां हैं, जिनका लंबे समय तक सेवन करने से लाभ मिलता है।”
पड़ताल के दौरान हमने न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. कदम नागपाल से भी संपर्क किया। उन्होंने बताया, “किसी भी व्यक्ति को पैरालिसिस अटैक आने की स्थिति में फौरन डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। इसमें ज़रा भी कोताही नहीं बरतनी चाहिए। लहसुन और शहद द्वारा उपचार का कोई साइंटफिक प्रमाण नहीं है और ना ही इसे किसी भी मरीज को देना चाहिए। इन भ्रामक दावों को शेयर करने से लोगों को बचना भी चाहिए।”
कुल मिलाकर हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट हो गया कि लहसुन और शहद के सेवन से लकवा बीमारी से छुटकारा नहीं मिलता। सोशल मीडिया पर भ्रामक दावा शेयर किया जा रहा है।
Our Sources
Conversation with BHU Ayurveda Doctor JP Singh
Conversation with Neurologist Dr. Kadam Nagpal
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