Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में फेसबुक के CEO मार्क जुकरबर्ग को भगवा रंग के कपड़ों के साथ और माथे पर लंबा टीका लगाए हुए पीएम मोदी के साथ बैठे हुए देखा जा सकता है। तस्वीर शेयर करने वाले यूज़र ने यह तस्वीर शेयर कर दावा किया है कि मार्क ज़ुकरबर्ग भी पीएम मोदी के साथ हो गए हैं।
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
Facebook / Verification
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पीएम मोदी और मार्क ज़ुकरबर्ग की इस तस्वीर को देखकर हमें इसके फोटोशॉप्ड होने की आशंका हुई जिसके बाद हमने पड़ताल शुरू की। पड़ताल के दौरान सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया।
खोज के दौरान हमें वायरल तस्वीर से मिलती हुई एक तस्वीर economic times की वेबसाइट पर 01अगस्त साल 2020 को छपे एक लेख में मिली।
लेकिन यहाँ मार्क ज़ुकरबर्ग के स्थान पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर छपी हुई है। लेख के मुताबिक इस तस्वीर को यह बताने के लिए इस्तेमाल किया गया था कि अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के भूमि पूजन में देश के पीएम नरेंद्र मोदी भी सीएम योगी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ मौजूद रहेंगे।
खोज के दौरान हमें सीएम योगी और पीएम मोदी के साथ की तस्वीर toptamilnews.com नाम की वेबसाइट पर भी 01अगस्त साल 2020 को छपे लेख में मिली। यहाँ भी मार्क ज़ुकरबर्ग के स्थान पर सीएम योगी को देखा जा सकता है।
इसके बाद हमने प्राप्त तस्वीर और वायरल तस्वीर की तुलना की।
इस दौरान हमें दोनों ही तस्वीरों में कई समानताएं नजर आयीं। तुलना करने पर यह साफ हो गया कि मार्क जुकरबर्ग और पीएम मोदी की यह वायरल तस्वीर फोटोशॉप्ड है।
इसके बाद पड़ताल में हमें मार्क ज़ुकरबर्ग की वह तस्वीर भी प्राप्त हुई जिसे फोटोशॉप्ड करके वायरल तस्वीर बनाई गयी है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि मार्क ज़ुकरबर्ग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वायरल तस्वीर फोटोशॉप्ड है।
Result-False
Our Sources
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.