Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check
Contact Us: checkthis@newschecker.in
Politics
सोशल मीडिया पर एक आर्टिकल का स्क्रीनशॉट काफ़ी वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि शहीद हुए अर्धसैनिक बलों के परिवारों को मिलने वाले ‘भारत के वीर’ फंड में जमा करीब 250 करोड़ रुपए गायब हो गए.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि यह आर्टिकल साल 2020 में तत्कालीन कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल के सवाल के हवाले से प्रकाशित किया गया है.
वायरल हो रहा स्क्रीनशॉट बोलता हिंदुस्तान नाम के एक पोर्टल का है, जिसमें हेडिंग के तौर पर लिखा हुआ है, “ ‘भारत के वीर’ फंड में जमा 250 करोड़ शहीदों के परिवारों को नहीं मिले तो फिर ये पैसा किसकी जेब में गया? इसके अलावा, इस स्क्रीनशॉट में गृहमंत्री अमित शाह और शहीदों के ताबूत की तस्वीर प्रतीकात्मक तौर पर लगी हुई है. स्क्रीनशॉट में इस आर्टिकल के प्रकाशित होने की तारीख 14 फ़रवरी 2020 लिखी हुई है.
यह स्क्रीनशॉट हमें हमारे टिपलाइन नंबर पर प्राप्त हुआ है. इसके साथ अंग्रेज़ी में एक टेक्स्ट भी मौजूद है, जिसमें लिखा हुआ है “Bolta Hindustan: A very pertinent question has been asked of Mr. Amit Shah. Where did the 250Cr. from “Bharat Ke Veer” fund vanish, which the families of 40 CRPF martyred soldiers at Pulwama terrorists attacked, didn’t receive? The present regime have not spared even the widows our martyred soldiers of theirs dues.”
अंग्रेज़ी में लिखे एक टेक्स्ट का हिंदी अनुवाद है, “”बोलता हिंदुस्तान: श्री अमित शाह से एक बहुत ही प्रासंगिक सवाल पूछा गया है. “भारत के वीर” फंड के 250 करोड़ कहां गायब हो गए, जो पुलवामा आतंकवादियों के हमले में शहीद हुए 40 सीआरपीएफ जवानों के परिवारों को नहीं मिले? वर्तमान शासन ने हमारे शहीद सैनिकों की विधवाओं को भी उनका हक नहीं दिया है.”
आर्टिकल के अनुसार, 14 फ़रवरी 2020 को पुलवामा हमले की पहली बरसी पर कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस किया था. इस दौरान तत्कालीन कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा था कि “भाजपा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए श्रेय लेने में पीछे नहीं रहती, लेकिन जब राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया विफलता होती है, तो भाजपा मौन हो जाती है”.
आगे शेरगिल ने यह भी कहा था कि “केंद्र सरकार ने शहीदों के परिवारजनों की सहायता के लिए “भारत के वीर” नाम से एक फण्ड की स्थापना की. पुलवामा हमले के बाद देशवासियों ने सुरक्षा बलों के सम्मान के खातिर चंदा दिया. 18 जुलाई 2019 तक इस फंड में 250 करोड़ जमा थे. लेकिन इसका दुरूपयोग किया गया और भाजपा इस बात का जवाब दे कि भारत के वीर फंड का 250 करोड़ कहां गया?”
जांच में हमें कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट से भी इस प्रेस कांफ्रेंस का वीडियो मिला, जिसमें तत्कालीन कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने भारत के वीर फंड को लेकर सवाल उठाए थे.
हमारी जांच में मिले अभी तक के साक्ष्यों से यह साफ़ हो गया कि कांग्रेस पार्टी ने साल 2020 में भारत के वीर फंड को लेकर सवाल उठाए थे.
इसके बाद हमने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए भारत के वीर फंड के अलग-अलग वर्ष के ऑडिट रिपोर्ट को खंगाला. साल 2018-19 की ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, भारत के वीर फंड में करीब 202 करोड़ रुपए चंदा आया था और इसमें से करीब 7 करोड़ शहीदों के परिवार वालों को दिए गए.
पढ़ें- क्या भाजपा के घोषणापत्र में UCC और NRC को शामिल नहीं किया गया है?
वहीं, 2020 के ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2019-20 में करीब 73 करोड़ डोनेशन के तौर पर मिले और इस दौरान शहीदों के परिजनों को करीब 40 लाख रुपए दिए गए. इस ऑडिट रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारत के वीर फंड के पास एसेट्स के तौर पर 276 करोड़ थे.
अब हमने साल 2022-23 के ऑडिट रिपोर्ट को भी खंगाला तो पाया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में करीब 21 करोड़ चंदा मिला और करीब 3 करोड़ रुपए शहीदों के परिवारजनों को दिए गए. इस ऑडिट रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 31 मार्च 2023 तक भारत के वीर फण्ड अकाउंट में एसेट्स के तौर पर करीब 346 करोड़ रुपये हैं.
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि वायरल आर्टिकल काफी पुराना है और भारत के वीर फण्ड अकाउंट के एफडी के तौर पर करीब 346 करोड़ जमा हैं.
Financial Year | Donation Received | Financial Assistance to martyrs family | Assets (FD + Bank Balance) |
2018-2019 | 2,025,69,624.23 | 77,629,403.5. | 2,028,608,751.46 |
2019-2020 | 736,424,342.85 | 4,016,637.00 | 2,768,005,023.31 |
2020-2021 | 230,198,979.56 | 96,461,639.65 | 3,010,984,845.22 |
2021-2022 | 13,66,97,562.04 | 10,49,22,975.79 | 3,17,36,43,244.97 |
2022-2023 | 21,43,67,806.91 | 4,68,05,729.76 | 3,46,04,21,909.12 |