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मध्यप्रदेश के उज्जैन में जब से 25 दिसंबर को राम मंदिर के लिए चंदा मांगने निकली मोटर साइकिल रैली पर पथराव हुआ है, तब से ही वहां पर सांप्रदायिक तनाव का माहौल है। ऐसे में सोशल मीडिया पर भी जंग शुरू हो गई है। इस समय सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मस्जिद (masjid) के सामने बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा हुई है। इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के उज्जैन मे जिहादी मुल्लो द्वारा पथराव के खिलाफ हिन्दुओं ने मस्जिद (masjid) के सामने अपनी एकता का परिचय दिखाया।
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। सबसे पहले हमने उज्जैन के सांप्रदायिक तनाव से जुड़ी खबरों को सर्च किया। इस तनाव से जुड़ी किसी भी मीडिया रिपोर्ट्स में हमें ये वायरल वीडियो नहीं मिला। इसके बाद हमने इस वीडियो को INVID टूल पर डालकर इसके कुछ कीफ्रेम्स निकाले। इसके बाद एक इमेज को गूगल रिवर्स के जरिए सर्च किया। जिसके बाद हमें इससे जुड़ी कई जानकारियाँ हासिल हुई।
हमें यही हूबहू वीडियो यूट्यूब के भक्त सागर एआर एंटरटेनमेंट चैनल पर भी मिला। जिसके बाद हमें ये पता चला कि ये वीडियो आज का नहीं बल्कि एक साल पुराना है। यूट्यूब पर ये वीडियो 21 अप्रैल, 2019 को अपलोड किया गया था।
इस वीडियो के कैप्शन में कर्नाटक में निकली राम नवमी शोभा यात्रा लिखा हुआ था। इससे हमें शक हुआ कि संभव है कि यह वीडियो रामनवमी का हो। इसके बाद हमने राम नवमी शोभा यात्रा से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए गूगल पर सर्च करना शुरू किया।
लव-जिहाद से जुड़े फैक्ट चैक यहां पढ़ें ।
खोज के दौरान हमारे सामने पिछले साल अप्रैल के कई वीडियो आ गए। सभी वीडियो हूबहू थे और सभी के कैप्शन में राम नवमी शोभा यात्रा कर्नाटक, गुलबर्गा का जिक्र था। जिसके बाद ये तो साफ हो गया कि ये वीडियो उज्जैन का नहीं बल्कि कर्नाटक के गुलबर्गा का है। यानी वीडियो में दिख रही मस्जिद (masjid) उज्जैन की नहीं बल्कि कर्नाटक के गुलबर्गा की जामा मस्जिद (masjid) है। वायरल वीडियो में जो मस्जिद दिख रही है उसका नाम शाह हसन कादरी बारगाह-ए-एकादरी चमन है।
आखिर में हमने गूगल मैप पर जाकर गुलबर्गा की जामा मस्जिद (masjid) के विजुअल्स को सर्च किया। सर्च करने के बाद हमने इन विजुअल्स को वायरल वीडियो से मिलाया। जो कि हूबहू वायरल वीडियो से मिल रहे थे। इन विजुअल्स के मिलने के बाद ये साफ हो गया कि कर्नाटक के एक साल पुराने वीडियो को गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
Conclusion
कर्नाटक के गुलबर्गा का एक साल पुराना वीडियो उज्जैन के सांप्रदायिक तनाव से जोड़कर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। हमारी पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से पता चला है कि ये वीडियो अप्रैल साल 2019 राम नवमी शोभा यात्रा कर्नाटक, गुलबर्गा का है।
Result: False
Our Source
Youtube – https://www.youtube.com/watch?v=KSfiywZlcHo&feature=emb_title
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