Claim
भारतीय सेना कश्मीरी नौजवानों के साथ कर रही बर्बरता। कई युवकों को घरों से निकालकर किया जा रहा है प्रताड़ित।
Verification
छात्र राजनीति से सुर्ख़ियों में आई शेहला रशीद ने कश्मीर पर एक विवादित बयान दिया है। शेहला ने आर्मी को निशाने पर लेते हुए कहा कि कश्मीर में युवाओं को रात में उनके घरों से निकालकर क्रूर व्यवहार किया जा रहा है। शेहला ने ट्वीट के माध्यम से भारतीय सेना की कार्यप्रणाली पर निशाना साधा है। उन्होंने एक के बाद एक करीब 10 ट्वीट करते हुए आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद कश्मीर के हालात को बेकाबू बताया है।
घाटी से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद देश-दुनिया में कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। क्या सच में घाटी के अंदर भारतीय आर्मी युवाओं को आतंकित कर रही है? इसका सच जानना आवश्यक हो गया। शेहला रशीद के दावे का सच खोजते हुए हमें समाचार एजेंसी ANI का एक ट्वीट मिला। ट्वीट में सेना के हवाले से ANI ने उनके उन तमाम दावों को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने भारतीय सेना की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया है।
पड़ताल के दौरान हमें कई समाचार माध्यमों के लिंक मिले जिसमें शहेला रशीद के ट्वीट को झूठा करार दिया गया है।
इस पूरे मुद्दे पर
टाइम्स नाउ हिंदी ने एक खबर प्रकाशित की है। अपने शीर्षक ‘कश्मीर पर शेहला रशीद ने बोला झूठ, भारतीय सेना ने दावों को खारिज कर बताया फर्जी।’ खबर के मुताबिक़ भारतीय सेना ने शेहला द्वारा किए गए ट्वीट को झूठा करार दिया है।
नवभारत टाइम्स द्वारा प्रकाशित खबर में भी शेहला के ट्वीट को झूठा करार दिया गया है। एक अधिवक्ता ने इस मामले में उनकी गिरफ्तारी के लिए कोर्ट का दरवाज़ा भी खटखटाया है। अपने शीर्षक
‘कश्मीर को लेकर फर्जी दावे कर घिरीं शहला राशिद, सुप्रीम कोर्ट में शिकायत, गिरफ्तारी की मांग।’ के हवाले से खबर में पूरे प्रकरण की जानकारी दी गई है।
कश्मीर में आर्टिकल 370 समाप्त होने के बाद कुछ अंतर्राष्ट्रीय समाचार माध्यमों ने अलग-अलग तस्वीर पेश करते हुए कुछ जगहों पर हिंसात्मक ख़बरों की जानकारी दी थी। हालांकि सूबे के कई इलाकों में कर्फ्यू लगने के कारण सटीक जानकारी का भी अभाव देखा गया है। लेकिन शेहला रशीद द्वारा लगाए गए आरोपों को भारतीय सेना ने झूठा करार दिया है।
Tools Used
- Twitter Advanced Search
- Google Keyword Search
Result- False