Authors
Claim
मुस्लिम शख्स ने अपनी दुकान पर तिरंगा लगाने से किया मना.
Fact
नहीं, वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि मुस्लिम शख्स ने अपनी दुकान पर तिरंगा लगाने से मना कर दिया. हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है. इसे रितिक कटारिया नाम के यूट्यूब चैनल से साल 2023 में अपलोड किया गया था और इसमें दिख रहे लोग कलाकार हैं.
वायरल वीडियो करीब 50 सेकेंड का है, जिसमें कुछ लोग नारियल पानी की एक दुकान पर आकर झंडा लगाने की कोशिश करते हैं. इसपर दुकान में मौजूद टोपी पहना शख्स झंडा लगाने से मना कर देता है. इसके बाद दोनों पक्षों में बहसबाजी और तू-तू मैं-मैं होने लगती है.
इस वीडियो को वायरल दावे वाले लंबे कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “इन गद्दारों के साथ क्या किया जाए? गद्दारों को पहले भगवा ध्वज से तकलीफ होता था लेकिन अब तिरंगा झंडा से भी तकलीफ होने लगा है. कुछ हिंदू भाई एक गद्दार की दुकान पर तिरंगा झंडा लगाने गए, गद्दार ने बोला चाहे जो हो जाए मैं अपनी दुकान पर तिरंगा नहीं लगने दूंगा, कहीं और जाकर लगाओ. उसके बाद हिंदू भाइयों ने भरपूर स्वागत किया है”.
Fact Check/Verification
Newschecker ने वायरल वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा तो उसमें सोशल मीडिया प्लेटफार्म moj का वाटरमार्क दिखाई दिया. इस वाटरमार्क में @officialamarkataria यूजरनेम का भी ज़िक्र था.
चूंकि moj वेब वर्जन में उपलब्ध नहीं है, इसलिए मोबाइल एप के माध्यम से इस अकाउंट को खोजने पर हमें यह वीडियो @officialamarkataria वाले अकाउंट पर मिला. इसके अलावा इससे जुड़े 4 अन्य वीडियो भी प्लेटफॉर्म पर मौजूद थे.
इन सभी वीडियोज को देखने पर हमने पाया कि कुछ लोग तिरंगा लेकर आते हैं और एक नारियल पानी की दुकान पर झंडा लगाने लगते हैं. इसके बाद दुकान में मौजूद टोपी पहना एक शख्स और एक महिला उन लोगों को रोकने लगती है. फिर दोनों पक्षों में बहसबाजी और झगड़े होने लगते हैं. इस दौरान दुकानदार एक ही बात दोहराता हुआ सुनाई दे रहा है कि यहां झंडा लगाने से इसकी तौहीन होगी. इसके बाद एक पुलिसकर्मी वहां आ जाते हैं और तिरंगे ना लगाने का कारण पूछते हैं. इसके बाद वह दुकानदार अपने दुकान में सबसे ऊपर लगे झंडे को दिखाता हुआ कहता है कि झंडा सबसे ऊपर लगना ही चाहिए.
आगे वीडियो में उक्त दुकानदार की बात सुनकर तिरंगा लगाने आए लोग उनसे गले मिलते हैं. इसके बाद उक्त पुलिसकर्मी वीडियो में देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देता हुआ नजर आता है.
इस दौरान हमें अमर कटारिया यूजरनेम से एक फेसबुक अकाउंट भी मिला. इस फेसबुक पर भी यह वीडियो मौजूद था, जिसे 14 अगस्त 2024 को रितिक कटारिया नाम के अकाउंट से शेयर करते हुए इस अकाउंट को टैग किया था. वीडियो के शुरुआत में ही एक डिस्क्लेमर भी मौजूद था, जिसमें लिखा हुआ था कि इसमें मौजूद सभी कैरेक्टर काल्पनिक हैं.
जांच के दौरान हमें रितिक कटारिया नाम से बना यूट्यूब पेज भी मिला. इस यूट्यूब पेज पर यह वीडियो 14 अगस्त 2023 को अपलोड किया गया था.
इस यूट्यूब अकाउंट पर हमें कई अन्य वीडियोज भी मिले, जिसमें उक्त पुलिसकर्मी को अलग-अलग किरदार में भी देखा जा सकता है. इससे स्पष्ट है कि वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है.
हमने अपनी जांच में रितिक कटारिया से भी संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि “मुस्लिम शख्स का किरदार उन्होंने खुद ही निभाया था. यह एक नाटकीय वीडियो था और इसे समाज में शांति बढ़ाने के उद्देश्य से बनाया गया था”. साथ ही उन्होंने यह भी साफ़ किया कि वीडियो में मौजूद पुलिसकर्मी का किरदार भी एक कलाकार ने ही निभाया था.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है और इसमें दिख रहे लोग कलाकार हैं.
Result: False
Our Sources
Videos by amar kataria moj account
Videos by ritik kataria facebook account
Videos by ritik kataria youtube account
Telephonic Conversation with Ritik Kataria
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