Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check
Contact Us: checkthis@newschecker.in
Fact Check
सोशल मीडिया में एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में दो हिन्दू युवतियां एक मुस्लिम युवक के कंधे पर सिर रखे हुए नजर आ रही हैं। दावा किया जा रहा है कि यह मुस्लिम व्यक्ति (बाबा भाई पठान) महाराष्ट्र के अहमदनगर शहर का रहने वाला है, जिसने 2 अनाथ हिन्दू युवतियों को गोद लेकर उनका पालन-पोषण किया और उनकी हिन्दू रीति रिवाज से शादी करवाई।
ट्वीट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा हमें भ्रामक लगा। जिसके बाद हमने वायरल दावे की पड़ताल आरम्भ की। इस दौरान हमने वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। जहां हमें रेड्डिट नाम की वेबसाइट पर वायरल तस्वीर मिली। तस्वीर के कैप्शन में जानकारी दी गयी है कि बाबा पठान ने अपनी मुँहबोली बहन की बेटियों का कन्या दान किया।
रेड्डिट की वेबसाइट पर दी गयी जानकारी के मुताबिक वायरल तस्वीर में दिख रही हिन्दू युवतियाँ उनकी मुँहबोली बहन की बेटियां हैं। वायरल तस्वीर की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर और खोजा।
इस दौरान हमें indiatimes.com की वेबसाइट पर वायरल तस्वीर के साथ एक लेख प्राप्त हुआ जिसे 24 अगस्त साल 2020 को प्रकाशित किया गया था। प्राप्त लेख में मुस्लिम युवक की जानकारी देते हुए यह बताया गया है कि मुस्लिम व्यक्ति ने अपनी मुँहबोली बहन की बेटियों की शादी हिन्दू रीति-रिवाज से संपन्न करवाई है।
लेख में आगे बताया गया है कि लड़कियां अनाथ नहीं हैं, लेख के मुताबिक उनकी माता अभी जीवित हैं।
उपरोक्त वेबसाइट पर मिली जानकारी की पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें महाराष्ट्र टाइम्स की वेबसाइट पर मराठी भाषा में छपा एक लेख मिला।
इस दौरान गूगल ट्रांसलेटर की मदद से हमने लेख को समझने का प्रयास किया। लेख से जानकारी मिली कि बाबा भाई पठान के घर के सामने एक महिला रहती है। जो बाबा भाई को अपना भाई मानती है। लेख में बताया गया है कि महिला का पति उनके साथ नहीं रहता है। इसलिए रोजगार के लिए वह दूसरों के घर बर्तन धोया करती हैं।
इस बीच महिला ने अपनी दोनों बेटियों की शादी तय कर दी। लेकिन घर में किसी पुरुष के ना होने पर उनकी बेटियों के कन्यादान में बाधाएं आ रही थी। जिसके बाद बाबा भाई ने युवतियों के मामा का फर्ज निभाते हुए अपनी मुँहबोली बहन की दोनों बेटियों का कन्यदान किया।
इसके साथ हमें दैनिक सकाळ नाम की वेबसाइट पर भी वायरल तस्वीर के साथ मराठी भाषा में छपा एक लेख मिला। गूगल ट्रांसलेटर की सहायता से पता चला कि यहाँ भी उपरोक्त मिली वेबसाइट की जानकारी छपी हुई है।
उक्त लेख में बताया गया है कि दोनों युवतियों की माँ अभी जीवित है, और जो मुस्लिम व्यक्ति (बाबा भाई पठान) को अपना भाई मानती है।
युवतियों को अनाथ बताने वाले दावे की पड़ताल में हमें पता चला कि वायरल दावा गलत है। असल में दोनों युवतियां अनाथ नहीं हैं, अभी उनकी माता जीवित है और पिता उनके साथ नहीं रहते हैं। साथ ही मुस्लिम व्यक्ति (बाबा भाई पठान) युवतियों की माँ को अपनी बहन मानते हैं। जिसके चलते उन्होंने युवतियों के मामा के तौर पर उनका कन्यादान किया।
https://www.esakal.com/ahmednagar/appreciate-work-baba-pathan-33680
https://www.reddit.com/r/hinduism/comments/ifl79u/this_is_the_real_india/
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें:9999499044या ई-मेल करें:checkthis@newschecker.in