Authors
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
Claim
रतन जी टाटा का संदेश 2020 जीवित रहने का साल है, लाभ हानि की चिंता ना करें।
भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज रतन जी टाटा के नाम से एक सन्देश तेजी से वायरल हो रहा है। सन्देश में टाटा के हवाले से कहा गया है कि साल 2020 जिन्दा रहने का साल है इसलिए जीवन बचाना पहली प्राथमिकता, हानि और लाभ देखने का वक्त नहीं है।
फैक्ट चेक:
कोरोना संकट के इस दौर में जहाँ लोग महीनों से अपने घरों में बैठे हैं तो वहीं इससे सम्बंधित कई दावे तेजी से सोशल मीडिया में वायरल होते देखे जा सकते हैं। रतन टाटा के मुताबिक साल 2020 जिंदगी बचाने का साल है लिहाजा इसमें लाभ हानि नहीं देखा जाना चाहिए। वायरल हो रहे दावे की पड़ताल के दौरान पता चला कि कई अन्य यूजर्स ने भी सोशल मीडिया के कई माध्यमों पर वायरल दावे को शेयर किया है।
कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से की गई खोज के दौरान दैनिक सवेरा नामक समाचार माध्यम का एक यूट्यूब लिंक मिला। वीडियो में वायरल दावे की पुष्टि की गई है।
दैनिक सवेरा टाइम्स के यूट्यूब चैनल द्वारा किए गए दावे का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है। कुछ कीवर्ड के माध्यम से मीडिया रिपोर्ट्स भी खंगाला। लेकिन कहीं भी किसी मेन स्ट्रीम मीडिया में रतन टाटा के हवाले से किये जा रहे दावे पर कोई स्टोरी प्राप्त नहीं हुई। लेकिन रतन टाटा द्वारा कोरोना के खिलाफ जंग में दी गई सहायता पर कई मीडिया रिपोर्ट्स जरूर सामने आयी।
हालिया दिनों में रतन टाटा ने ट्विटर पर कोरोना संक्रमण काल को लेकर क्या कोई बयान दिया है इसकी पड़ताल आरम्भ की। खोजने पर रतन टाटा के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट प्राप्त हुआ। अपने ट्वीट के माध्यम से टाटा ने साफ किया है कि उन्होंने वायरल हो रहे सन्देश जैसा कोई भी बयान नहीं दिया है।
वायरल दावे को अटैच करते हुए रतन टाटा ने कहा है कि जो कुछ भी कहा जा रहा है वह सही नहीं है। उनके चित्र के साथ किया गया कोई भी दावा सही ही हो यह आवश्यक नहीं है लिहाजा ख़बरों को लिखने से पहले सत्यता जांचना चाहिए। वायरल दावे पर रतन टाटा द्वारा दी गई सफाई के बाद तस्वीर साफ हो गई कि उनके हवाले से सोशल मीडिया में किया जा रहा दावा फेक है।
Tools Used
- Google Search
- Twitter Advanced Search
- YouTube
- Snipping
Result- False/Fabricated
(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)
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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.