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22 जनवरी को ट्विटर ने जानकारी दी कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है। इस अकाउंट के जरिए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धमकी दी गई थी। तमाम न्यूज़ पोर्टल्स और लोगों द्वारा इस ख़बर को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया गया जिनमें Reuters भी शामिल था।
वायरल ट्वीट के आर्काइव वर्ज़न को यहां देखा जा सकता है।
इस दावे के ट्विटर पर कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया गया।
Fact Check/Verification
ईरान के सुप्रीम लीडर का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड होने को लेकर वायरल हो रहे दावे की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल शुरु की। Google Keywords Search की मदद से खंगालने पर हमें आज तक और News18 द्वारा प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट्स मिली। इन रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्विटर ने अपने द्वारा दी गई जानकारी में सुधार करते हुए बताया है कि उनके द्वारा जो अकाउंट सस्पेंड किया गया है वो एक फर्ज़ी अकाउंट था।
Reuters द्वारा भी बाद में इस गलती में सुधार किया गया। एक ट्वीट के जरिए उन्होंने बताया कि ट्विटर ने यह साफ किया है कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खामनेई के फर्ज़ी अकाउंट को सस्पेंड किया गया है। हम अपना पुरानी ट्वीट डिलीट कर रहे हैं।
वायरल दावे की तह तक जाने के लिए हमने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खामनेई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को खंगाला। पड़ताल के दौरान हमने पाया कि अयातुल्लाह के आधिकारिक हैंडल को सस्पेंड नहीं किया गया है।
@Khamenei_site नामक हैंडल को ट्विटर ने सस्पेंड किया था। यह उनके नाम से चलाया जा रहा फर्ज़ी अकाउंट हैं।
Conclusion
ट्विटर द्वारा अपनी जानकारी सुधार लिए जाने के बाद ये साफ हो गया है कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट सस्पेंड नहीं किया गया है बल्कि जिसे सस्पेंड किया गया वो एक फर्ज़ी अकाउंट था जिससे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को धमकी दी गई थी ।
Result: Misleading
Our Sources
Twitter https://twitter.com/Reuters/status/1352641048514854913
Twitter https://twitter.com/ANI/status/1352647175864344577
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