Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर एक खबर की कटिंग वायरल हो रही है। खबर के मुताबिक एक भाजपा नेता के घर से 66 नकली EVM जब्त की गयी है। अख़बार की कटिंग को शेयर करते हुए मोदी सरकार पर तंज किया गया है।
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
Fact Check / Verification
असम, केरल और बंगाल समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है। राजनीतिक दृष्टि से सबसे संवेदनशील माने जाने वाले बंगाल में इस बार भाजपा भी खूब दिलचस्पी दिखा रही है। चुनाव जीतने के लिए बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व ताबड़तोड़ रैलियां कर रहा है। वहीँ दूसरी तरफ अपनी सत्ता बचाने के लिए तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी भी बीजेपी पर लगातार हमलावर हैं। कुल मिलाकर इस बार पश्चिम बंगाल का चुनाव बेहद रोमांचक होने वाला है।
सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर घमासान मचा हुआ है। इसी क्रम में इन दिनों इंटरनेट पर एक अखबार की कटिंग शेयर कर दावा किया जा रहा है कि, एक भाजपा नेता के घर से 66 नकली EVM जब्त की गयी है।
वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने सबसे पहले रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से तस्वीर को गूगल पर खोजना शुरू किया। लेकिन खोज के दौरान मिले परिणामों में हमें कोई जानकारी नहीं मिली।
वायरल खबर की सत्यता जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स की सहायता से खोजना शुरू किया। जिसके बाद हमें वायरल हो रही अख़बार की कटिंग ट्विटर पर 21 नवंबर साल 2020 को किए गए एक पोस्ट में मिली। पोस्ट में खबर को लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं मिली। लेकिन पोस्ट पुराना था लिहाजा इतना तो पता चल गया कि वायरल हो रही खबर मौजूदा समय की नहीं है।
सटीक जानकारी के लिए हमने कुछ अन्य कीवर्ड्स की सहायता से पड़ताल जारी रखी। इस दौरान हमें Amit Mishra नामक ट्विटर के वेरिफाइड यूज़र द्वारा 09 दिसंबर साल 2018 को किया गया एक पोस्ट मिला। लेकिन यहाँ भी वायरल खबर के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी गयी थी।
वायरल खबर की कटिंग का मुख्य श्रोत जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल जारी रखी. जिसके बाद हमें patrika.com नामक वेबसाइट पर 04 दिसंबर साल 2018 को छपी एक रिपोर्ट में वायरल खबर प्राप्त हुई।
रिपोर्ट के मुताबिक यह खबर राजस्थान के अजमेर जिले की है। जहां साल 2018 में हाउसिंग बोर्ड में एक मकान से 66 प्रतीकात्मक ईवीएम प्रचार सामग्री पकड़ी गई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक इस प्रतीकात्मक ईवीएम में निर्दलीय प्रत्याशी सुरेंद्र गोयल का नाम और चिन्ह अंकित था। इस खबर से इतना तो साफ़ हो गया कि पकड़ी गई ईवीएम का मौजूदा चुनाव से कोई सम्बन्ध नहीं है। साथ ही पकड़ी गई ईवीएम किसी बीजेपी नेता के घर से बरामद नहीं की गई है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से यह पता चला कि साल 2018 में राजस्थान से पकड़ी गयी 66 नकली ईवीएम वाली खबर हालिया दिनों की नहीं बल्कि साल 2018 की है।
Result- Misleading
Our Sources
https://www.patrika.com/ajmer-news/police-caught-66-symbolic-evm-promotion-material-3797007/
https://twitter.com/Amitjanhit/status/1071607516696592385
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.