Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर इन दिनों कथावाचक जया किशोरी की एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में किशोरी को लाल रंग के कुर्ते और सफ़ेद रंग के दुपट्टे के साथ सफेद बॉर्डर वाली लाल क्रिसमस कैप लगाए हुए देखा जा सकता है। इसी तस्वीर को शेयर करते हुए जया किशोरी पर तंज कसा जा रहा है।
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
Fact check /Verification
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हिन्दू कथा वाचक जया किशोरी की वायरल तस्वीर देखकर हमें इसके एडिटेड होने की आशंका हुई, जिसके के बाद हमने पड़ताल शुरू की। पड़ताल के दौरान सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया।
इस दौरान हमें वायरल तस्वीर से मिलती हुई एक तस्वीर जनसत्ता की वेबसाइट पर आज यानि 31 दिसंबर साल 2020 को प्रकाशित हुए एक लेख में मिली। लेकिन प्राप्त तस्वीर में देखा जा सकता है कि जया किशोरी ने किसी प्रकार की कोई कैप नहीं पहनी है।
वायरल तस्वीर की पुष्टि और उसका पूरा सच जानने के लिए हमने गूगल पर बारीकी से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर जया किशोरी के फेसबुक पेज पर मिली। तस्वीर को फेसबुक पर हाल ही में 7 नवंबर को अपलोड किया गया था। यहाँ भी देखा जा सकता है कि जया किशोरी ने किसी प्रकार की कैप नहीं पहनी है।
इसके बाद हमने दूसरी वायरल तस्वीर को भी खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें दूसरी तस्वीर भी किशोरी के वेरिफाइड फेसबुक पेज पर मिली। यहाँ भी देखा जा सकता है कि उन्होंने किसी प्रकार की कैप नहीं पहनी हुई है।
पड़ताल के दौरान हमें उक्त तस्वीर जया किशोरी के पैरोडी ट्विटर हैंडल पर मिली। जहां देखा सकता है कि किशोरी ने किसी प्रकार की कोई कैप नहीं पहनी हुई है।
Conclusion
वायरल तस्वीर की पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से पता चला कि वायरल तस्वीर फोटोशॉप्ड है। इसे गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
Result – False
Our Sources
https://twitter.com/iamjayakishorij
https://www.facebook.com/iamjayakishori/photos/a.1852268728145297/3379029692135852
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.