Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर एक युवती की तस्वीर वायरल है। तस्वीर में युवती को एक खेत के बीच खड़े हुए देखा जा सकता है। तस्वीर शेयर करने वाले यूज़र का दावा है कि यह तस्वीर जनपद हाथरस की पीड़ित युवती गुड़िया (बदला हुआ नाम) की है जिसका हाल ही में जिला हाथरस में कुछ लोगों द्वारा गैंग रेप किया गया है।
ट्वीट का आर्काइव लिंक यहाँ देखे।
वायरल तस्वीर को हाथरस गैंग रेप के संदर्भ में सोशल मीडिया के कई यूज़र्स ने भी शेयर किया है।
पड़ताल के दौरान पता चला कि एक वेबसाइट पर भी वायरल तस्वीर अपलोड की गई है।
Fact Check / Verification
सोशल मीडिया पर दावा किया गया है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले की एक 19 साल की युवती का उसी के गांव के चार लोगों द्वारा बड़ी क्रूरता से कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया गया।
इसी घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोग आरोपियों के प्रति आक्रोश जताते हुए शासन से युवती को इंसाफ दिलाने की गुहार लगा रहे हैं। इस दौरान सोशल मीडिया पर लोगों ने युवती की तस्वीर को पोस्ट करते हुए उसे पीड़ित युवती गुड़िया (बदला हुआ नाम) बता रहे हैं।
इसी तस्वीर की सत्यता जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले हाथरस गैंगरेप के नाम से गूगल पर खोजा। इस दौरान हमें उक्त मामले पर NDTV की एक रिपोर्ट मिली।
रिपोर्ट में पीड़िता का इलाज कर रहे डॉक्टर का हवाला देते हुए यह बताया गया है कि युवती के अंग की कई हड्डियों में फ्रैक्चर हुआ है, साथ ही उसकी जीभ भी कट गयी है।
ट्विटर पर हाथरस पुलिस ने इस दावे को सिरे से नाकारा है। उन्होंने कहा है कि यह दावा भ्रामक है और हाथरस पुलिस इस दावे का खंडन करती है।
लेकिन इस दौरान हमें कहीं पर भी युवती की वह तस्वीर नहीं दिखी जो सोशल मीडिया पर वायरल है। इसके बाद हमने वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजा। इस दौरान हमें India today की वेबसाइट पर एक फैक्ट चेक मिला जहां वायरल तस्वीर पर फैक्ट चेक किया गया है।
वेबसाइट के मुताबिक वायरल तस्वीर जनपद हाथरस में हुए सामूहिक बलात्कार की पीड़िता गुड़िया की नहीं है। वेबसाइट के मुताबिक India today के पास पीड़ित युवती के बयान की वीडियो क्लिप है जहां से उसकी पहचान की जा सकती है।
इसके साथ ही उन्होंने पीड़ित युवती के परिवार से भी सीधा संपर्क किया। जहां पीड़िता के भाई ने India today को बताया कि वायरल तस्वीर उनकी बहन की नहीं है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से पता चला कि युवती की तस्वीर हाथरस सामूहिक रेप पीड़िता गुड़िया की नहीं है। साथ ही वायरल तस्वीर में दिख रही युवती कौन है इसका पता अभी नहीं लग पाया है। यदि भविष्य में हमें वायरल तस्वीर वाली युवती की कोई सूचना मिलती है तो हम अपना लेख अपडेट करेंगे।
अपडेट :-
वायरल तस्वीर पर मिली मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक वायरल तस्वीर में दिख रही युवती मनीषा यादव है न कि हाथरस सामूहिक बलात्कार की पीड़िता गुड़िया। वायरल तस्वीर पर अमर उजाला की वेबसाइट पर प्रकाशित लेख में बताया गया है कि मनीषा यादव की दो साल पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी।
लेख में जानकारी दी गयी है कि मनीषा का परिवार चंडीगढ़ के रामदरबार काॅलोनी में रहता है। मनीषा की 21 जून 2018 को शादी हुई थी। उन्हें पथरी की बीमारी थी, दिन प्रतिदिन बीमारी बढ़ने के कारण 22 जुलाई 2018 को मनीषा का निधन हो गया।
इसके बाद हमने चंडीगढ़ एसएसपी दफ्तर में भी सीधा संपर्क किया। जहां उन्होंने बताया कि वायरल तस्वीर चंडीगढ़ की रहने वाली मनीषा यादव की है। इसके साथ ही पुलिस ने जानकारी दी कि सोशल मीडिया पर मनीषा यादव की तस्वीर हाथरस गैंग रेप के संदर्भ में वायरल होने के कारण उनके पिता मोहन लाल यादव ने इसे रोकने के लिए पुलिस को तहरीर भी दी है।
Result:Misleading
Our Sources
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.