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हाथरस मामले पर योगी ने नहीं कहा कि ठाकुरों का खून गर्म होता है, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ फ़र्जी दावा

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए दावा किया गया कि हाथरस मामले पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ठाकुरों का खून गर्म होता है, उनसे गलतियां हो जाती हैं।


ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।

हाथरस में युवती के साथ हुए कथित गैंगरेप के बाद जहां सोशल मीडिया पर इससे सम्बंधित कई दावे सुर्ख़ियों में हैं तो वहीं कई राजनैतिक दलों ने भी पीड़ित परिवार से मुलाक़ात की है। इससे पहले यूपी पुलिस ने कई राजनीतिक दल के नेताओं पर बल प्रयोग करते हुए उन्हें पीड़ित परिवार से मिलने से रोक दिया था। इसी बीच एक स्क्रीनशॉट के माध्यम से दावा किया गया है कि यूपी के सीएम ने हाथरस मामले पर ठाकुरों का खून गर्म होने की बात कही है। गौरतलब है कि हाथरस काण्ड में आरोपी बनाये गए चारों युवक ठाकुर जाति से ताल्लुक़ रखते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आरोपियों के पक्ष में कुछ जातियों के लोग लामबंद हो रहे हैं जिसपर प्रसाशन नजर बनाए हुए है। हाथरस मामले में फिलहाल राज्य सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश करते हुए कुछ जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को भी निलंबित किया है। वायरल दावे को कांग्रेस नेता उदित राज ने भी शेयर किया है।

https://twitter.com/Dr_Uditraj/status/1312834812072226817?s=20

ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।

वायरल दावे को ट्विटर पर अन्य कई लोगों द्वारा भी शेयर किया गया है।

https://twitter.com/PKumar7032/status/1312955327638196225

ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है। ट्विटर पर वायरल हो रहे कई अन्य दावों को यहां देखा जा सकता है।

फेसबुक पर भी इस वायरल दावे को तेजी से शेयर किया गया है।

SS
वायरल फेसबुक पोस्ट


Fact Check/Verification

हाथरस प्रकरण में सूबे की सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश करते हुए SIT की जाँच जारी रखने की बात कही है। पीड़ित परिवार लगातार मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में, अर्थात न्यायिक जांच की मांग कर रहा है। इसी बीच सीएम योगी आदित्यनाथ के हवाले से एक स्क्रीनशॉट वायरल है। वायरल दावे में ठाकुरों की जाति का जिक्र किया गया है। यह दावा आजतक न्यूज़ चैनल की स्क्रीनशॉट से किया गया है। दावे का सच जानने के लिए सबसे पहले तस्वीर को रिवर्स इमेज के सहारे गूगल पर खोजना शुरू किया। इस दौरान ऐसा कुछ हाथ नहीं लगा जिससे यह पता चल पाता कि योगी ने ठाकुरों के बारे में हाथरस मामले को लेकर ऐसा कुछ कहा भी है।

Google Reverse image

वायरल दावे से सम्बंधित कुछ कीवर्ड बनाते हुए गूगल खंगालना शुरू किया। इस दौरान योगी आदित्यनाथ द्वारा दिया गया ऐसा कोई बयान प्राप्त नहीं हुआ। कुछ अन्य कीवर्ड के माध्यम से खोजने पर ट्विटर पर योगी द्वारा हाथरस मामले पर किये गए कुछ ट्वीट प्राप्त हुए। 4 अक्टूबर को एक वीडियो ट्वीट करते हुए योगी ने कहा है कि, ‘जिन्हें विकास अच्छा नहीं लग रहा है, वह जातीय और सांप्रदायिक दंगा भड़काना चाहते हैं।’

इसके अलावा 2 अक्टूबर को किये गए एक अन्य ट्वीट में योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि, ‘उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है।’

3 अक्टूबर को योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट करके हाथरस मामले की जांच सीबीआई से कराये जाने की सिफारिश की थी।

योगी आदित्यनाथ के ट्विटर हैंडल पर हमें कहीं भी ऐसी कोई जानकारी पोस्ट हुई प्राप्त नहीं हुई जैसा सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है। हाथरस मामले के बाद योगी द्वारा सार्वजानिक रूप से बोले गए कुछ वीडियोज को भी खंगाला। लेकिन कहीं भी वायरल दावे से सम्बंधित जानकारी नहीं मिली।

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वायरल दावा आजतक के स्क्रीन से किया गया है। इस मामले पर इंडिया टुडे के संपादक राहुल कँवल द्वारा किया गया ट्वीट मिला जहां उन्होंने इस वायरल दावे को झूठा बताया है। आजतक के मुताबिक़ समाचार चैनल ने इस तरह की कोई भी खबर प्रसारित नहीं की है।

Conclusion

ResultFalse

Sources

Tweet By Yogi Aditynath- https://twitter.com/myogiadityanath/status/1312769665874108417 https://twitter.com/myogiadityanath/status/1312415656025808897 https://twitter.com/rahulkanwal/status/1312687130926170112

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

JP Tripathi
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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