Authors
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
Claim– अन्ना यूनिवर्सिटी ने अपने पाठ्यक्रम में गीता और वेदों का अध्ययन भी शामिल किया है. तमिलनाडु सरकार द्वारा लिया गया यह फैसला काबिले तारीफ है और इस फैसले के लिए तमिलनाडु सरकार को बहुत-बहुत बधाई.
Fact Check/Verification:
अगर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई बार यूजर्स ऐसे दावे करते हैं जो या तो पुराने होते हैं या कई बार किसी और के द्वारा किये गए कार्य के लिए किसी और को श्रेय देते हैं या जिम्मेदार ठहराते हैं. ऐसा ही एक दावा हमें प्राप्त हुआ जहाँ अन्ना यूनिवर्सिटी द्वारा स्तानक पाठ्यक्रम में गीता और वेदों को शामिल करने के लिए तमिलनाडु की पनीरसेल्वम सरकार को बधाई दी जा रही है.
ट्विटर पर तमाम यूजर्स द्वारा शेयर किये गए इस दावे को यहां देखा जा सकता है.
इसी प्रकार फेसबुक पर इस दावे की गंभीरता को यहां देखा जा सकता है.
फेसबुक और ट्विटर यूजर्स द्वारा बहुतायत यही दावा शेयर करने की वजह से हमने इस दावे का पड़ताल करने का फैसला किया. दावे के पड़ताल के प्रथम चरण में हमने तमिलनाडु सरकार के शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर इस तरह का कोई अध्यादेश ढूंढने का प्रयास किया. लेकिन हमें वहां से कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई.
अपनी पड़ताल के दौरान हमें हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित एक लेख मिला जिसमे इस मामले पर प्रकाश डालते हुए यह बताया गया है कि यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रम में हुआ बदलाव AICTE के द्वारा 2018 में किये गए बदलाव का परिणाम है तथा इस नियम के निर्धारण में विश्वविद्यालय प्रशासन से कोई प्रत्यक्ष संबंध नहीं है.
अब हमने AICTE द्वारा मॉडल पाठ्यक्रम में हुए बदलाव को लेकर उसकी वेबसाइट खंगाली. इस दौरान हमें 2018 में रिलीज़ किया गया वह ‘Model Curriculum‘ मिला जिसके आधार पर यह निर्णय लिया गया है.
अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने अन्ना यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर वेदों और गीता के अध्ययन को आवश्यक बनाने हेतु विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी किये गए नोटिस को खंगाला.
इस दौरान हमें विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा 2019 में जारी किया गया पाठ्यक्रम प्राप्त हुआ जिससे यह पता चला कि अन्ना यूनिवर्सिटी ने पिछले वर्ष से ही इन विषयों को पाठ्यक्रम में जोड़ दिया है. हालांकि ये विषय वैकल्पिक विषयों के तौर पर पाठ्यक्रम में मौजूद हैं तथा यह आवश्यक नहीं है कि प्रत्येक छात्र द्वारा इन विषयों का अध्ययन किया जाये.
अपनी पड़ताल के दौरान हमें टाइम्स ऑफ़ इंडिया में प्रकशित एक लेख प्राप्त हुआ जो कि इस विषय पर और अधिक प्रकाश डालता है और हमारे द्वारा ऊपर दी गई जानकारी का समर्थन करता है.
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साबित होती है कि अन्ना यूनिवर्सिटी द्वारा स्नातक पाठ्यक्रम में गीता और उपनिशद जोड़ने का निर्णय तमिलनाडु सरकार और अन्ना यूनिवर्सिटी द्वारा नहीं लिया गया है बल्कि यह ‘All India Council For Technical Research (AICTE)’ द्वारा 2018 में जारी किये गए मॉडल पाठ्यक्रम के परिणामस्वरूप पाठ्यक्रम में जोड़ा गया है.
Result: Misleading
Sources:
AICTE Model Curriculum: https://www.aicte-india.org/sites/default/files/Vol.%20II_UG.pdf
Anna University 2018 Syllabus for UG students: https://cac.annauniv.edu/PhpProject1/uddetails/udug_2019/1.B.E.Civ.pdf
Hindustan Times: https://www.hindustantimes.com/india-news/gita-in-tn-university-curriculum-sparks-row/story-ReIWZJnkJAtAHZjXwzM70J.html
Times of India: https://timesofindia.indiatimes.com/city/chennai/row-over-upanishads-gita-for-engg-students/articleshow/71301928.cms
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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.